30 अगस्त को महाराष्ट्र के पालघर में पीएम नरेंद्र मोदी छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने की घटने पर कहा कि मैं सिर झुकाकर अपने भगवान छत्रपति शिवाजी से माफी मांगता हूं, जिसके जवाब में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री ने मांफी क्यों मांगी. अलग-अलग कारण हो सकता है.
साथ ही उन्हों मणिपुर का जिक्र करते हुए कहा कि वो नफरत फैलाते हैं, हिंसा फैलाते हैं, एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाते हैं. राहुल गांधी ने आगे कहा कि मणिपुर में सिविल वार जैसा माहौल बना हुआ है, मगर आजतक पीएम मोदी मणिपुर नहीं गए, जा ही नहीं सकते क्योंकि वहां पर बीजेपी के लोगों ने आग लगाई है.
इसी बीच छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा ढहने के मामले में मूर्तिकार जयदीप आप्टे की गिरफ्तारी पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मैंने परसो ही कहा था कि जयदीप आपटे हो या कोई और, वो कानून से ऊपर नहीं है. उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और किया भी गया.
सीएम शिंदे ने कहा कि विपक्ष के लोग जो इस पर राजनीति कर रहे थे उनके लिए ये एक चपत के समान है. जयदीप आपटे के खिलाफ कार्रवाई होगी. सीएम शिंदे ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्य की बात है, लेकिन उसका राजनीतिकरण करना और भी दुर्भाग्य की बात है... महाराष्ट्र सरकार जल्द से जल्द शिवाजी महाराज की प्रतिमा बनवाएगी.
बता दें कि शिवाजी महाराज की प्रतिम ढहने को लेकर मूर्तिकार जयदीप को कल्याण पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया था. वह मूर्ती ढहने के बाद से ही फरार चल रहा था. वहीं इस मुद्दे पर राज्य में लगातार राजनीति हो रही है. कांग्रेस, एनसीपी सहित तमाम विपक्षी पार्टी बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार को घेर रही है. इसी बीच पीएम मोदी जब महाराष्ट्र पहुंचे थे तो उन्होंने मूर्ती ढहने को लेकर जनता से मांफी मांगी थी, उसी माफी को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है.