नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया, जिसमें ट्रंप ने कहा था कि मई में भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान "पांच जेट्स मार गिराए गए." राहुल ने कहा कि देश को इस मामले की सच्चाई जानने का हक है.

राहुल गांधी ने X पर लिखा, "मोदी जी, पांच जेट्स की सच्चाई क्या है? देश को जानने का हक है!" उन्होंने ट्रंप का एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें ट्रंप यह दावा करते सुनाई दे रहे हैं. शुक्रवार को व्हाइट हाउस में रिपब्लिकन सीनेटरों के लिए आयोजित डिनर में ट्रंप ने कहा, "भारत और पाकिस्तान में हालात बिगड़ रहे थे, विमान हवा में मार गिराए जा रहे थे... चार या पांच. लेकिन मुझे लगता है कि पांच जेट्स मार गिराए गए. यह स्थिति और खराब हो रही थी, है ना?"
हालांकि, ट्रंप ने यह स्पष्ट नहीं किया कि ये जेट्स किस देश के थे या दोनों देशों के संयुक्त नुकसान की बात कर रहे थे. ट्रंप ने यह भी दोहराया कि अगर भारत-पाकिस्तान संघर्ष जारी रहा तो उनके साथ कोई व्यापारिक समझौता नहीं होगा.
ट्रंप ने कहा, "यह ऐसा लग रहा था कि यह आगे बढ़ेगा. ये दो गंभीर परमाणु शक्ति वाले देश हैं, और वे एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे. लेकिन भारत और पाकिस्तान आपस में भिड़ रहे थे, और यह तनाव बढ़ता जा रहा था. हमने इसे व्यापार के जरिए सुलझा लिया."
कांग्रेस के महासचिव (संचार प्रभारी) जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि ट्रंप का "मिसाइल" 24वीं बार दागा गया है, और यह बयान संसद के मॉनसून सत्र शुरू होने से दो दिन पहले आया है. रमेश ने कहा, "प्रधानमंत्री, जिनका सितंबर 2019 के 'हाउडी मोदी' और फरवरी 2020 के 'नमस्ते ट्रंप' से लेकर ट्रंप के साथ वर्षों का दोस्ताना और गले मिलने का रिश्ता रहा है, उन्हें अब संसद में स्पष्ट और निर्णायक बयान देना होगा कि ट्रंप पिछले 70 दिनों से क्या दावा कर रहे हैं."
कांग्रेस ने मांग की है कि पीएम मोदी 21 जुलाई से शुरू होने वाले मॉनसून सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा में ट्रंप के भारत-पाकिस्तान "सीजफायर" दावों का जवाब दें. ट्रंप ने 10 मई को दावा किया था कि वाशिंगटन की मध्यस्थता में लंबी रात की बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमति जताई थी. इसके बाद से उन्होंने कई मौकों पर दावा दोहराया कि उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने में मदद की.
भारत ने लगातार यह कहा है कि युद्धविराम का समझौता दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMOs) के बीच सीधी बातचीत के बाद हुआ था, जो पाकिस्तान के अनुरोध पर शुरू हुई थी. पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने चार दिन के सैन्य संघर्ष में तीन राफेल विमान मार गिराए, लेकिन इसके समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया.
भारत के रक्षा प्रमुख, जनरल अनिल चौहान ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष के दौरान कुछ लड़ाकू विमानों को नुकसान पहुंचा था, लेकिन उन्होंने पाकिस्तान के राफेल विमानों को मार गिराने के दावों को "पूरी तरह गलत" बताया. उन्होंने कहा कि नुकसान की संख्या महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि ऑपरेशन का परिणाम मायने रखता है. वहीं राफेल विमान बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी दसॉ एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने भी पाकिस्तान के दावों को "गलत" करार दिया.