नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में बोलते हुए पहलगाम हमले को निर्दयी और क्रूर बताया. राहुल ने कहा, "यह एक क्रूर हमला था, एक निर्दयी हमला था जिसे स्पष्ट रूप से पाकिस्तानी सरकार ने संगठित और सुनियोजित किया था. युवाओं और बुजुर्गों की निर्मम हत्या कर दी गई. हम सभी ने, इस सदन के प्रत्येक व्यक्ति ने, मिलकर पाकिस्तान की निंदा की है."
राहुल गांधी ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर शुरू होते ही, बल्कि शुरू होने से पहले ही, विपक्ष ने, सभी दलों ने, यह प्रतिबद्धता जताई थी कि हम सेना और भारत की निर्वाचित सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़े रहेंगे." राहुल गांधी ने कहा कि भारत सरकार ने पाकिस्तान से हमले के 30 मिनट के भीतर कहा कि हम तनाव नहीं बढ़ाना चाहते, जो राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी को दर्शाता है.
गांधी ने कहा कि भारत सरकार ने पाकिस्तान से कहा है कि उनके सैन्य बुनियादी ढांचे पर भारतीय सेना द्वारा हमला नहीं किया जाएगा. राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने भारतीय सशस्त्र बलों के हाथ बांध दिए हैं. गांधी ने कहा, "आपने हमारे पायलटों को हवाई रक्षा प्रणालियों पर हमला करने की अनुमति न देकर उनके हाथ उनकी पीठ पीछे बांध दिए."
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दोनों देशों के बीच युद्धविराम की मध्यस्थता के बार-बार किए गए दावों का सार्वजनिक रूप से खंडन करें. राहुल गांधी ने कहा, "डोनाल्ड ट्रंप ने 29 बार कहा कि उन्होंने युद्ध रोक दिया है. अगर यह सच नहीं है, तो प्रधानमंत्री को इनकार करना चाहिए और ट्रंप से कहना चाहिए कि आप झूठे हैं...अगर आपमें इंदिरा गांधी के 50 प्रतिशत साहस का आधा भी है."
इंडोनेशिया में भारत के रक्षा अताशे कैप्टन शिव कुमार का हवाला देते हुए, गांधी ने कहा: "हालांकि मैं भारत द्वारा खोए गए विमानों की संख्या से पूरी तरह सहमत नहीं हो सकता, लेकिन हमने कुछ विमान ज़रूर खोए. और ऐसा सिर्फ़ इसलिए हुआ क्योंकि राजनीतिक नेतृत्व ने सेना को स्पष्ट निर्देश दिया था कि वे पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियों या सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला न करें. दूसरे शब्दों में, हमने हमला तो किया, लेकिन अपने पायलटों के हाथ बांध दिए."
गांधी ने राजनाथ सिंह के भाषण के तथ्यों का हवाला देते हुए कहा, "उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सुबह 1:05 बजे शुरू हुआ. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 22 मिनट तक चला. फिर उन्होंने सबसे चौंकाने वाली बात कही - 1:35 बजे, हमने पाकिस्तान को फोन किया और उन्हें बताया कि हमने असैन्य ठिकानों पर हमला किया है और हम तनाव नहीं बढ़ाना चाहते... शायद उन्हें समझ नहीं आ रहा कि उन्होंने क्या खुलासा किया."
उन्होंने दावा किया, "ऑपरेशन सिंदूर वाली रात ही भारत सरकार ने भारत के डीजीएमओ को रात 1:35 बजे युद्धविराम का अनुरोध करने के लिए कहा था... आपने सीधे तौर पर पाकिस्तान को अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति बता दी कि आपके पास लड़ने की राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं है, आप लड़ना नहीं चाहते..." उन्होंने आगे प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, "हमें ऐसे प्रधानमंत्री की ज़रूरत नहीं है जिसमें यह कहने की हिम्मत न हो कि डोनाल्ड ट्रंप झूठे हैं." "राष्ट्रपति ट्रंप को यह मत कहने दीजिए कि मैंने युद्ध रोक दिया है."