नई दिल्ली: धार्मिक स्थल के भीतर क्या वो हो रहा था जिसकी कल्पना किसी को नहीं थी? क्या योगी के राज़ में एक बेटी के साथ कुछ ऐसा हो रहा था जिसकी कहानी खुलते ही योगी भी गुस्से से लाल हो गए? आख़िर रामपुर की ये लड़की कौन है? 1992 से लेकर 2025 तक की कहानी क्यों वायरल हो रही है? 20 अगस्त को कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं, एक लड़की खुद कहानी को बयां करती है...वो वीडियो में कहती हैं कि मेरे मां के साथ ग़लत हुआ, मेरी बहन के साथ गलत हुआ, ग़लत करने वालों का वो नाम लेती है...
पीड़िता ने खुद सुनाई दर्दनाक कहानी...
लड़की का दावा है कि पिछले 14 सालों से उसकी मां के साथ भी ये सबकुछ होता रहा है! लड़की को ये भी नहीं पता है कि आख़िर उसके पिता का नाम क्या है? क्या लड़की की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है? या सदमें के कारण ये लड़की पिता का नाम भी नहीं बता पाती है? पुलिस ने जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, उसी पर लड़की के साथ गलत करने का आरोप लगा है. लड़की दावा करती है कि 1994 में गांव में कुछ लोग छिपकर आए शरण ली, नाना को डराकर इसलाम कबूल करवाया...इम्तियाज़ हुसैन नाम का व्यक्ति लड़की के नाना से शरण लेते हैं...लड़की कहती है कि मेरे नाना को गोलियों से भून दिया! अजीत भारती के पॉडकास्ट में लड़की ने कई गंभीर आरोप लगाए है? इस मामले में कितने आरोपी हैं? कितने जिम्मेदार हैं? कहानी में कितनी सच्चाई है? लड़की जो कह रही है अगर वो सही है तो फिर कहानी छांगुर से भी बड़ी है! जिस मौलाना को गिरफ्तार किया गया, उसकी उम्र 70 साल से ज्यादा है? लड़की दावा करती है कि पांच मामा, बाकी रिश्तेदारों की हत्या कर दी गई! लेकिन सवाल है कि ये कहानी अगर इतने सालों से चल रही थी किसी को भनक क्यों नहीं लगी?
पुलिस के बयान के मुताबिक रहीस अहमद पर धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश और अश्लील वीडियो वायरल करने का आरोप है! तमंचा भी बरामद किया गया है! सवाल ये है कि क्या सच में लड़की का दावा जितना गंभीर है, सच्चाई भी वैसी ही है? क्या रामपुर में ये सबकुछ चल रहा था. किसी भी सरकार को नहीं लगा जांच होनी चाहिए? लड़की का दावा अगर गलत होता तो वीडियो वायरल होने के बाद गिरफ्तारी क्यों होती? लड़की का परिवार कहां है? लड़की की पूरी कहानी क्या है? इसकी जांच की जा रही है, पुलिस भी नहीं समझ पा रही है कि केस की जांच कहां से शुरू करें!