विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन को याद किया है. विदेश मंत्री सोमवार को कहा कि इन दोनों लोगों ने चाबहार समझौते को पूरा करने में अहम भूमिका अदा की थी.
विदेश मंत्री दिल्ली तमिल एसोसिएशन स्कूल में फर्स्ट टाइम वोटर्स के साथ बातचीत कर रहे थे. चाबहार बंदरगाह पर जयशंकर ने कहा कि हम लगभग 20 वर्षों से ईरान के साथ एक समझौता करने की कोशिश कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि हम एक अल्पकालिक समझौता कर सकते थे क्योंकि उनकी तरफ बहुत सारी समस्याएं थीं. लेकिन हाल के महीनों में, उन दो लोगों ईरान के राष्ट्रपति और ईरान के विदेश मंत्री को धन्यवाद, जिनकी कल हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दुर्भाग्य से मृत्यु हो गई.
विदेश मंत्री ने कहा कि उनकी ( ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन) रुचि और पहल के कारण, हम एक दीर्घकालिक समझौते को अंतिम रूप देने में सक्षम हुए. यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ग्लोबल कनेक्टिविटी कॉरिडोर से जुड़ी बड़ी चीजों में से एक है