वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री के वाराणसी दौरे से पहले प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. संभावित विरोध को देखते हुए कई विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं को हाउस अरेस्ट किया गया है. पुलिस को आशंका है कि विपक्ष वोट चोरी और मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाकर प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों में खलन कर सकते हैं. इसी वजह से विवादित नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है.
बृहस्पतिवार को पीएम मोदी अपने दौरे के दौरान मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के साथ वाराणसी में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे. दोनों नेताओं की मौजूदगी में कई विकास परियोजनाओं और सांस्कृतिक आयोजन तय हुए हैं. प्रशासन चाहता है कि पीएम का यह दौरा बेहद शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो, इसलिए विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए विपक्ष के नेताओं को हाउस अरेस्ट किया गया है. वाराणसी प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई सिर्फ सुरक्षा दृष्टिकोण से की गई है.
आवाज दबाना चाहती है सरकार
हाउस अरेस्ट किए जाने के बाद विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि सरकार प्रशासनिक दम पर लोकतांत्रिक आवाज़ों को दबाने प्रयास कर रही है. यह उसका सीधा उदाहरण है. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कुछ स्थानीय नेताओं ने आरोप लगाया कि जनता की समस्याओं को उठाने का मौका ही नहीं दिया जा रहा है. हर जगह से मतदाता सूची में लगातार गड़बड़ी की शिकायत की जा रही है, लेकिन सरकार असहमति को दबाने में ज्यादा रुचि ले रही है. इससे पहले भी प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों के दौरान विपक्षी कार्यकर्ताओं को नजरबंद कर दिया जाता है. ताकि, शांतिपूर्ण कार्यक्रम हो सके.