आरजी कर बलात्कार-हत्याकांड (RG Kar rape-murder) मामले में ताला थाने के प्रभारी अधिकारी अभिजीत मंडल (SHO Abhijeet Mandal suspended) को बुधवार को कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) ने निलंबित कर दिया है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 14 सितंबर को अभिजीत मंडल (SHO Abhijeet Mandal) को गिरफ्तार किया था. रविवार को उन्हें आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (RG Kar Medical College and Hospital) के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष (Sandip Ghosh) के साथ सियालदह कोर्ट में पेश किया गया था. इस बीच, पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट ने राज्य सरकार के साथ एक और बैठक का अनुरोध किया क्योंकि उनकी कुछ मांगें अनसुलझी रहीं.
राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत (West Bengal Chief Secretary Manoj Pant) ने बुधवार को 30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ नबाना में आज बैठक की डॉक्टरों की मांग को स्वीकार कर लिया. डॉ. अकीब ने कहा कि हमने मुख्य सचिव को एक मेल भेजा था. आज हमें जवाब भी मिला. हम पिछली बैठक में कई मुद्दों पर हुई असहमति पर चर्चा करना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि सभी मुद्दों का जल्द से जल्द समाधान हो और हम अपने काम पर लौटें. हमें उम्मीद है कि बैठक सफल होगी. यह आज शाम 6.30 बजे से होगी...हमें उम्मीद है कि बैठक में सीएम भी मौजूद रहेंगे.
मंगलवार को प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के साथ बैठक के बाद, पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता के पुलिस प्रमुख और दो वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों को हटाने सहित उनकी कुछ मांगों को स्वीकार कर लिया. इन बदलावों के साथ ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान की निदेशक डॉ. सुपर्णा दत्ता और संयुक्त डीएचएस डॉ. स्वप्न सोरेन को भी पदों से हटा दिया गया है.
डॉक्टरों के साथ बैठक के बाद मंगलवार को पश्चिम बंगाल सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से डॉ. कौस्तव नायक और डॉ. देबाशीष हलदर को चिकित्सा शिक्षा निदेशक (डीएमई) और स्वास्थ्य सेवा निदेशक (डीएचएस) के पदों से हटा दिया गया है. बता दें कि 31 वर्षीय डॉक्टर का शव 9 अगस्त को आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मिला था. तब से राज्य के हजारों जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. हड़ताल खत्म करने को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार कई बार डॉक्टरों से बात करने की कोशिश कर चुकी है.