नई दिल्ली: म्यांमार, थाईलैंड में शक्तिशाली भूकंप के बाद बैंकॉक में आपातकाल की घोषणा की गई है. यहां भारी नुकसान की खबर मिल रही है. इस भूकंप का असर म्यांमार, थाईलैंड के साथ, चीन, भारत में देखने को मिली. म्यांमार में कई इमारतें भरभरा कर गिर गईं. सबसे ज्यादा नुकसान बैंककॉक में होने की खबर मिल रही है. थाइलैंड के एयरपोर्ट पर लॉकडाउन किया गया है और उड़ाने रद्द कर दी गई हैं.
साथ ही बैंककॉक में 50 से अधिक लोगों के लापता होने की खबर मिल रही है. भूकंप के दौरान लोग और बचावकर्मी इधर-उधर भागते दिखे. इसी बीच भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई है. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, '' म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं. सभी की सुरक्षा और खुशहाली के लिए प्रार्थना करता हूं. भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है. इस संबंध में, हमने अपने अधिकारियों से तैयार रहने को कहा है. साथ ही विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के साथ संपर्क में रहने को कहा है.

बता दें कि भूकंप का असर थाईलैंड और वियतनाम सहित पड़ोसी देशों में भी महसूस किया गया. इसका असर खास तौर पर बैंकॉक में महसूस किया गया, जिससे निवासियों को इमारतों को खाली करके सड़कों पर इकट्ठा होना पड़ा, वियतनाम में, हनोई और हो ची मिन्ह सिटी दोनों में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे भूकंपीय गतिविधि के कारण लाइट फिक्स्चर हिल गए.
जर्मनी के GFZ सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के अनुसार, दोपहर का भूकंप उथला था, जो 10 किलोमीटर की गहराई पर आया, जिसका केंद्र म्यांमार में था.
हालांकि, नुकसान या हताहतों की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं मिली. ग्रेटर बैंकॉक क्षेत्र, जिसमें 17 मिलियन से अधिक लोग रहते हैं, अपने कई ऊंचे अपार्टमेंट के लिए जाना जाता है. भूकंप के दोपहर 1:30 बजे के आसपास आते ही इमारतों में अलार्म बजने लगे, और घबराए हुए निवासियों ने घनी आबादी वाले सेंट्रल बैंकॉक में ऊंचे-ऊंचे कॉन्डोमिनियम और होटलों की सीढ़ियों से नीचे उतरना शुरू कर दिया.
शक्तिशाली भूकंप के बाद थाई प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा ने एक आपातकालीन बैठक की. भूकंप इतना शक्तिशाली था कि ऊंची इमारतों की ऊंची मंजिलों सहित तालाबों से पानी बाहर निकल आया. भूकंप के दौरान इमारतें हिलने लगीं, इसलिए कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. भूकंप का केंद्र मध्य म्यांमार में, मोनीवा से लगभग 50 किलोमीटर (30 मील) पूर्व में स्थित था. हालाँकि म्यांमार से तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं आई, लेकिन देश वर्तमान में गृहयुद्ध के बीच में है.