पटना: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने शनिवार को चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप लगाया. तेजस्वी से एक दिन पहले नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इलेक्शन कमिशन पर बीजेपी के लिए वोट चोरी करने का आरोप लगाया था. राहुल के बयान पर सियासत हो रही थी कि तेजस्वी यादव ने नया आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा शुक्रवार को जारी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में उनका नाम शामिल नहीं है. पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने बिहार में चुनावी रोल्स की विशेष गहन संशोधन के दौरान गणना फॉर्म भरकर जमा किया था. उन्होंने सवाल उठाया, "मैं आगामी विधानसभा चुनाव कैसे लड़ूंगा?"
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि उनके नाम की खोज EPIC नंबर के माध्यम से करने पर कोई डेटा नहीं मिला. उन्होंने यह भी कहा कि बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) ने व्यक्तिगत रूप से उनके भरे हुए फॉर्म को लिया था, फिर भी उनका नाम लिस्ट में नहीं दिखा. तेजस्वी ने कहा, "हर विधानसभा क्षेत्र से लगभग 20 से 30 हजार नाम हटाए गए हैं. कुल मिलाकर करीब 65 लाख, यानी वोटरों के नामों का लगभग 8.5%, लिस्ट से हटाए गए हैं. जब भी चुनाव आयोग विज्ञापन जारी करता था, इसमें यह उल्लेख होता था कि इतने लोग स्थानांतरित हुए, इतने की मृत्यु हो गई, और इतने के डुप्लिकेट नाम थे." "लेकिन चुनाव आयोग द्वारा हमें दी गई लिस्ट में उन्होंने चालाकी से किसी भी वोटर का पता, बूथ नंबर और EPIC नंबर नहीं दिया, ताकि हम यह पता न लगा सकें कि वोटर लिस्ट से किन-किन के नाम हटाए गए हैं."
चुनाव आयोग ने किया दावा खारिज
हालांकि, आरोपों का जवाब देते हुए भारत निर्वाचन आयोग ने कहा कि तेजस्वी यादव का नाम ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में मौजूद है. आयोग ने उनके दावे को खंडन करने के लिए लिस्ट की एक प्रति जारी की, जिसमें उनका नाम शामिल है. आयोग के अनुसार, उनका नाम सीरियल नंबर 416, हाउस नंबर 10 और EPIC नंबर REB456228 के साथ सूचीबद्ध है. आयोग ने कहा कि तेजस्वी ने शायद अपने पुराने EPIC नंबर से खोज की, जिसकी वजह से उन्हें अपनी जानकारी नहीं मिली.