कैमूर: बिहार विधानसभा चुनाव की तपिश के बीच आचार संहिता का साया होने के बावजूद अपराध का ग्राफ लगातार ऊंचा होता जा रहा है. कैमूर जिले के रामगढ़ थाना अंतर्गत जमुरना गांव में शुक्रवार को एक युवक की दिनदहाड़े चाकू मारकर हत्या कर दी गई. घटना इतनी सनसनीखेज है कि पूरे इलाके में दहशत फैल गई है. मृतक और आरोपी दोनों ही एक ही गांव के निवासी हैं, और मामला मामूली बहस से शुरू होकर खूनी संघर्ष में बदल गया.
घटना के चश्मदीदों और परिजनों के बयान से पता चला है कि मृतक गोलू खरवार (18 वर्ष) सुबह नहर के किनारे शौच के लिए गया था. वहां गांव के ही एक अन्य युवक के साथ उसकी किसी बात को लेकर तीखी नोंकझोंक हो गई. बहस इतनी भड़क उठी कि आरोपी ने चाकू निकाल लिया और गोलू पर कई वार कर दिए. चोटें गर्दन के पास और छाती पर लगीं, जो जानलेवा साबित हुईं.
गंभीर रूप से जख्मी गोलू दौड़ते हुए घर पहुंचा और आंगन में ही धड़ाम से गिर पड़ा. मृतक के पिता टिंकू खरवार ने दर्द भरी आवाज में बताया, "मेरा बेटा कुछ देर बाद घर लौटा तो खून से लथपथ था. हमने फौरन उसे रामगढ़ के रेफरल अस्पताल ले जाया, लेकिन डॉक्टरों ने मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया. रास्ते में ही उसकी सांसें थम गईं." परिवार ने आरोपी पर तत्काल सख्ती से कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.
पुलिस को सूचना मिलते ही मोहनिया एसडीपीओ प्रदीप कुमार की अगुवाई में टीम घटनास्थल पर पहुंची. उन्होंने पुष्टि की कि हत्या चाकू से की गई है. मृतक की पहचान जमुरना निवासी टिंकू खरवार के पुत्र गोलू के रूप में हुई, जबकि आरोपी संदीप यादव (अशोक यादव का पुत्र) गांव का ही रहने वाला है. एसडीपीओ ने कहा, "घटना गांव के बाहर की है, और विवाद का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं. हम छापेमारी तेज कर चुके हैं, आरोपी को जल्द पकड़ लेंगे. उसके पकड़े जाने पर ही पूरा मामला साफ होगा."
शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल भेज दिया गया है.यह घटना बिहार में चुनावी माहौल के बीच कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है. आचार संहिता लागू होने के बावजूद अपराधी बेखौफ होकर ऐसी वारदातें कर रहे हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों में भय का माहौल है. स्थानीय लोगों ने पुलिस से अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है, ताकि युवाओं के बीच छोटे-मोटे विवाद खूनी रूप न लें. पुलिस ने जांच को गति दी है और संभावित पुरानी रंजिश के पहलुओं पर भी नजर रखी जा रही है.