शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अफगानिस्तान में 1747 में दुर्रानी साम्राज्य की स्थापना करने वाले अहमद शाह अब्दाली का राजनीतिक उत्तराधिकारी बता दिया है. उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि जो लोग तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का जन्मदिन का केक खाने के लिए पाकिस्तान गए थे, उन्हें अपनी पार्टी को हिंदुत्व नहीं सिखाना चाहिए.
ठाकरे ने शनिवार को पुणे शहर में आयोजित 'शिव संकल्प' रैली में कहा, 'कुछ दिन पहले अहमद शाह अब्दाली के राजनीतिक उत्तराधिकारी पुणे आए थे. वह कौन हैं? वह अमित शाह थे. उन्होंने कहा कि शिवसेना ने हिंदुत्व छोड़ दिया है. हमें हिंदुत्व क्यों छोड़ना चाहिए? जो लोग पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का जन्मदिन का केक खाने के लिए पाकिस्तान गए थे, उन्हें हमें हिंदुत्व नहीं सिखाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर शाह मुझे औरंगजेब फैन क्लब और औरंगजेब से जोड़ेंगे, तो मैं भी उन्हें अहमद शाह अब्दाली कहने से नहीं रुकूंगा. तत्कालीन आरएसएस प्रमुख बालासाहेब देवरस द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लिखे गए पत्र का हवाला देते हुए ठाकरे ने कहा कि उन्हें (देवरस को) मुसलमानों या गैर-हिंदुओं से कोई नफरत नहीं है और वे हिंदुओं की विशेषता, धर्मनिरपेक्षता को उच्च सम्मान देते हैं. उन्होंने पूछा कि क्या संघ का यह हिंदुत्व अमित शाह को स्वीकार्य नहीं है?
ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों ने लोकसभा चुनाव के दौरान शाह को सबक सिखाया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में प्रचार करने और मतदाताओं से पिटाई खाने के बाद, शाह अपने नेताओं से उनके द्वारा झेली गई चोटों के बारे में पूछताछ करने के लिए वापस आए. ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस से उसके 70 साल के शासन के लिए जवाबदेही की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके निर्माण के एक साल बाद, संसद लीक हो रही है. मोदी को पहले अपनी सरकार के इस कुशासन के बारे में बताना चाहिए.
ठाकरे ने यह भी कहा कि मैं पुणे के लिए विधानसभा चुनाव जीतना चाहता हूं. जब मैं मुख्यमंत्री था, तो मैं इसके विकास के लिए उत्सुक था. हालांकि, मैं पद पर नहीं रह सका क्योंकि एक 'सूबेदार' (अजित पवार) पहले से ही फैसले ले रहा था. राज्य की बागडोर (हमें) दे दीजिए, मैं ऐसी सड़कें बनाऊंगा जो 200 साल तक चलेंगी.