"संगठन सरकार से बड़ा है", UP के डिप्टी CM के पोस्ट पर बवाल, CM योगी ने की बैठक

Global Bharat 17 Jul 2024 03:34: PM 3 Mins

उत्तर प्रदेश की राजनीति को लेकर देशभर में चर्चाओं का बाजार गर्म है. इस बीच यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक रहस्यमयी पोस्ट किया है, जिससे खलबली मच गई है. शोसल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा  है कि संगठन सरकार से बड़ा है, कार्यकर्ताओं का दर्द मेरा दर्द है. संगठन से बड़ा कोई नहीं है, कार्यकर्ता ही मेरा गौरव हैं.

यह पोस्ट मंगलवार को दिल्ली में यूपी के डिप्टी सीएम की बीजेपी पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद आई है. नड्डा ने उत्तर प्रदेश बीजेपी प्रमुख भूपेंद्र चौधरी से भी अलग से मुलाकात की. ज्ञात रहे कि केशव मौर्य वर्तमान में राज्य के डिप्टी सीएम के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. मौर्य 2017 में राज्य बीजेपी अध्यक्ष थे. इस दौरान बीजेपी ने सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में विधानसभा में 312 सीटों के साथ बहुमत की सरकार बनाई थी. 2022 के चुनावों में, मौर्य विधानसभा चुनाव हार गए, लेकिन बृजेश पाठक के साथ डिप्टी सीएम के रूप में अपने पद पर बने रहे, बाद में वे विधान परिषद के लिए चुने गए.

बता दें कि इसी साल 14 जून को लखनऊ में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई थी. बैठक में सीएम योगी ने कहा था कि अति आत्मविश्वास ने उनकी उम्मीदों को चोट पहुंचाई है. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन खराब रहा था. यूपी बीजेपी मात्र 33 सीटों पर सिमट गई थी. बैठक के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा था हमें एक बार फिर राज्य में भाजपा का झंडा फहराना है. इसके लिए बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय रहना होगा और किसी भी तरह की अफवाहों का तुरंत खंडन करना होगा.

मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उन्होंने यूपी में विपक्ष पर लगातार दबाव बनाए रखा और 2014, 2017, 2019 और 2022 में बड़ी सफलता हासिल की. ​​उन्होंने कहा कि 2014 और उसके बाद के चुनावों में जितने प्रतिशत वोट भाजपा के पक्ष में थे, भाजपा 2024 में भी उतने ही वोट पाने में सफल रही है, पर वोटों के स्थानांतरण और अति आत्मविश्वास ने हमारी उम्मीदों को चोट पहुंचाई है. विपक्ष, जो पहले हार मानकर बैठ गया था, आज फिर उछल-कूद कर रहा है.

योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि प्रदेश में 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए सभी को अभी से सक्रिय होना होगा. उन्होंने कहा था कि लोकसभा और राज्यसभा सांसदों, विधायकों, एमएलसी, जिला पंचायत अध्यक्षों, मेयर, ब्लॉक प्रमुखों, चेयरमैन और पार्षदों के साथ सभी को 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी आज से ही शुरू कर देनी चाहिए. भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में 33 सीटें जीतीं, जबकि 2019 के आम चुनाव में उसे कुल 80 लोकसभा सीटों में से 62 सीटें मिली थीं.

इस बीच, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि सत्ता के लिए भाजपा की लड़ाई का मतलब है कि वह जनता के बारे में नहीं सोच रही है. भाजपा की सत्ता की लड़ाई की गर्मी में यूपी में शासन और प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है. उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ की राजनीति का जो काम भाजपा दूसरे दलों में करती थी, वह अब अपनी पार्टी के अंदर कर रही है. अखिलेश ने एक्स पर लिखा, इसीलिए भाजपा अंदरूनी कलह के दलदल में धंसती जा रही है. भाजपा में कोई भी जनता के बारे में नहीं सोचता.

इसी बीच आज इसी बीच आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ बैठक की, जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. वहीं इस बैठक की सबसे बड़ी बात यह है कि इस दौरान राज्य के दोनों डिप्टी सीएम में से किसी भी नहीं बुलाया गया है. बैठक में केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक कोई भी नहीं पहुंचे. बैठक के बाद अंदेशा लगाया जा रहा है कि यूपी बीजेपी में कई राजनीतिक बदलाव हो सकते हैं और यूपी को नया प्रदेश अध्यक्ष भी मिल सकता है.

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