नई दिल्ली: लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर दूसरा चौंकाने वाला बयान देते हुए उत्तर प्रदेश की गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने महिलाओं को चेतावनी दी कि इससे दूर रहो, वरना 50 टुकड़ों में मिल जाओगी. यह ताजा चेतावनी मंगलवार को पटेल के दावे के एक दिन बाद आई, जिसमें उन्होंने कहा था कि लिव-इन रिलेशनशिप का नतीजा देखना हो तो अनाथालय चले जाओ, जहां 15 साल की लड़कियां भी बच्चे को गोद में लेकर लाइन लगा रही हैं.
बुधवार को वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 47वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए गवर्नर ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते हिंसा के मामलों पर चिंता जताई और महिला छात्राओं से अपनी निजी जिंदगी में समझदारी से फैसले लेने की अपील की. उन्होंने कहा कि बेटियों को कोई फैसला लेने से पहले सोचना चाहिए और लिव-इन रिलेशनशिप जैसी परिस्थितियों से दूर रहना चाहिए, जो शोषण की ओर ले जा सकती हैं.
उन्होंने आगे कहा कि मेरी बेटियों के लिए सिर्फ एक संदेश है, लिव-इन रिलेशनशिप अभी ट्रेंड में हैं, लेकिन मत करना. अपनी जिंदगी के फैसले खुद लो. तुमने देखा होगा क्या होता है - 50 टुकड़ों में मिल जाती हैं. पिछले 10 दिनों में मुझे ऐसे कई केसों की रिपोर्ट्स मिली हैं, और हर बार सोचकर दुख होता है कि हमारी बेटियां ऐसी पसंद क्यों करती हैं. पॉस्को एक्ट का जिक्र करते हुए पटेल ने कहा कि उन्होंने खुद प्रभावित लड़कियों से मुलाकात की है, जिनकी हर कहानी डरावनी और अलग-अलग है.
उन्होंने बताया कि एक जज से मिलने पर उन्होंने भी लड़कियों के लिए चिंता जताई और सभी विश्वविद्यालयों से महिला छात्राओं में जागरूकता फैलाने को कहा, ताकि वे लिव-इन रिलेशनशिप के जाल में न फंसें. यूपी गवर्नर ने मंगलवार को बलिया में जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह में इसी तरह के बयान देकर विवाद खड़ा किया था. उन्होंने कहा था कि लिव-इन रिलेशनशिप के नतीजे देखने हों तो अनाथालय जाओ.
15 से 20 साल की लड़कियां लाइन में खड़ी हैं, हर एक के पास एक साल का बच्चा है. लिव-इन रिलेशनशिप की कड़ी निंदा करते हुए गवर्नर ने कहा कि यह ट्रेंड लालच से उपजा है. वे (मर्द) युवतियों को होटल ले जाते हैं, बहकाते हैं, बच्चा पैदा होता है और फिर छोड़ देते हैं. ये हमारी संस्कृति नहीं है, फिर भी हो रहा है. उन्होंने महिलाओं को सलाह दी कि ऐसी चीजों के जाल में फंसने के बजाय जीवन को नेक लक्ष्यों के लिए समर्पित करें.