अयोध्या के जिस बेकरी में बड़ी घटना हुई उसके नौकर राजू ने जो खुलासा किया है उसे सुनकर यूपी पुलिस का भी दिमाग भन्ना गया. राजू थाने के भीतर चीख-चीखकर वो बता रहा था जो मोईद खान के भी होश उड़ाने वाला था. उसे उम्मीद नहीं थी कि उसका नौकर राजू ऐसा निकलेगा. राजू जब पुलिस ने पूछा कि बताओ पूरा मामला क्या है, तुमने क्या-क्या किया है, उस लड़की को कब से जानते हो, तो राजू ने बोलना शुरू किया... साहब, वो मुझे अच्छी लगती थी, कभी-कभी हम हंसी-मजाक कर लेते थे, लेकिन उस दिन जब वो मजदूरी करके लौट रही थी हमने उसका हाथ पकड़ लिया उसके बाद उसे अंदर ले गया और फिर जो हुआ वो आप जानते ही हैं.
हालांकि पुलिस ने जब पूछा कि क्या मोईन खान ने भी लड़की के साथ गलत किया तो राजू हां और ना दोनों कहने लगा, जिसका सीधा सा मतलब ये था कि राजू किसी दबाव में था. अब दबाव किस बात का है इसकी कहानी को थोड़ा पीछे जाकर समझने की कोशिश करते हैं. राजू सीतापुर का रहने वाला एक गरीब लड़का है, जिसे दुकान पर मोईन खान ने सिर्फ नौकरी के लिए नहीं रखा, बल्कि अपने एक खास मिशन के लिए भी रखा था वो मिशन था एक नेता होने के नाते अपना वोटबैंक बढ़ाना और दुकान को अय्याशी का अड्डा बनाना.
मोईन खान के घरवाले इस बात को खुलकर कहते हैं कि राजू का उस लड़की के साथ अफेयर था, लेकिन इसके आगे की कहानी शायद उन्हें भी नहीं पता होगी. क्या पता मोईन खान फिल्मों के उस विलेन की तरह हो, जिसने राजू को आगे करके अपनी जिंदगी रंगीन करने का प्लान बना लिया हो. क्योंकि जिस दिन उस लड़की के साथ गलत होता है उस दिन राजू भी वहीं था. अगर राजू का अफेयर था तो उसने मोईन खान को रोका क्यों नहीं, मोईन के घरवाले जिस हिसाब से कह रहे हैं कि उस लड़की का अफेयर था, उससे तीन बड़े सवाल खड़े होते हैं.
सवाल नंबर 1- अगर अफेयर था भी तो मोईन खान ने गलत कैसे कर दिया?
सवाल नंबर 2- क्या मोईन खान ने राजू के बहाने उस लड़की को अपने पास बुलाया?
सवाल नंबर 3- क्या मोईन को बचाने के लिए ये थ्योरी अब गढ़ी जा रही है?
अब तक राजू के कॉल रिकॉर्ड से इस बात की पुष्टि नहीं होती, ना ही ये पता चलता है कि उस लड़की के साथ उसका कोई अफेयर था या नहीं पर इतना जरूर पता चलता है कि इस केस को अब नए मोड़ पर ले जाने की कोशिश है. क्या अखिलेश यादव से लेकऱ अवधेश प्रसाद तक शुरुआती दो दिनों तक इसीलिए चुप रहे, ताकि कोई नई थ्योरी बनाई जाए. मोईन खान को बचाने का पूरा प्लान अख्तियार किया जाए, उसके घरवालों से मीडिया के सामने ये बयान दिलवाया जाए कि वो बेकसूर है.
राजू के भाई और घरवाले कहते हैं कि राजू ने चीख-चीखकर ये बयान दिया है कि चाचा बेकसूर हैं, मेरा उससे अफेयर था. एसएचओ साहब ने मोईन खान को फोन करके बुलाया था कि आपके खिलाफ शिकायत आई है. अगर गलती करते तो भाग जाते, वो खुद चलकर गए और पुलिस ने पकड़ लिया. क्योंकि इन पर सपा का टैग लगा है. मोईन 3 साल पहले नगर अध्यक्ष बनाए गए थे. बीजेपी यहां चेयरमैन का चुनाव भी हार चुकी है, ये बदले की राजनीति है.