नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को एक नाटकीय घटना हो गई. एक वकील ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई पर सुनवाई के दौरान जूता फेंकने की कोशिश की. जब सुरक्षा कर्मी उसे कोर्ट से बाहर ले जा रहे थे, तो उसने चिल्लाकर कहा, "भारत सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा." यह घटना कुछ हफ्ते पहले CJI के विवादास्पद बयान के बाद हुई है.
मध्य प्रदेश में क्षतिग्रस्त विष्णु मूर्ति को बहाल करने की याचिका पर सुनवाई के दौरान CJI ने कहा था, "देवता से खुद पूछ लो." इस पर सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुई थी. आरोपी को तुरंत हिरासत में ले लिया गया, लेकिन CJI गवई शांत रहे और बिना रुकावट सुनवाई जारी रखी.
घटना के बाद उन्होंने कहा, "इन सब बातों से ध्यान भटकाओ मत. ये चीजें मुझे प्रभावित नहीं करतीं. सुनवाई जारी रखो." सुप्रीम कोर्ट के वकील रोहित पांडे ने बताया कि आरोपी 2011 से बार एसोसिएशन का सदस्य है. उन्होंने कहा, "यह हरकत CJI के देवता वाले बयान के जवाब में लगती है. मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करता हूं."
सितंबर में, मध्य प्रदेश के जावरी मंदिर में 7 फुट ऊंची विष्णु मूर्ति को बहाल करने की याचिका खारिज करते हुए CJI ने याचिकाकर्ता से कहा था, "यह महज पब्लिसिटी के लिए दायर की गई याचिका है. जाकर देवता से ही कहो कि अब कुछ करो. आप कहते हो कि भगवान विष्णु के परम भक्त हो, तो जाकर प्रार्थना करो."
सोशल मीडिया पर आलोचना और वकीलों की सफाई की मांग के बाद CJI ने कहा था कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है. उन्होंने जोर देकर कहा कि वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं.