लखनऊ: सीएम योगी अचानक से जापानी भाषा क्यों बोलने लगे और उनका ये वीडियो दुनिया के कई देशों में बार-बार क्यों देखा जा रहा है. पीएम मोदी इतने लोगों से मिलते हैं, पर काफी कम मौकों पर उन्होंने दूसरे देश की भाषा बोली, खुद सीएम योगी भी कई देशों के प्रतिनिधमंडल से मिलते हैं, लेकिन शायद ये पहली बार है, जब वो इस तरह से काफी देर तक दूसरे देश की भाषा बोलते रहे, जिसका मतलब पहले जानिए, उसके बाद इस बात पर आते हैं कि कैसे 60 सेकेंड की बातचीत के बाद हजारों करोड़ की कहानी वायरल होने लगी.
सीएम योगी ने जो कहा उसका मतलब है, जापान के यामानाशी प्रीफेक्चर के माननीय राज्यपाल मिस्टर कोटारो नागासाकी जी और पूरी टीम का भगवान गौतम बुद्ध की पावन धरती उत्तर प्रदेश में हार्दिक स्वागत है. नमस्ते, बोधिसेन से लेकर स्वामी विवेकानंद तक भारत और जापान के सांस्कृतिक संबंधों का एक लंबा और समृद्ध इतिहास रहा है, महात्मा गांधी की तीन निजी संपत्तियों में तीन बुद्धिमान बंदरों मिजारू, किकाजारू और इवाजारू की छोटी मूर्तियां भी शामिल हैं. आप तो इन तीनों से जरूर परिचित होंगे.
सीएम योगी जब ये बोल रहे थे तो उनके बगल में बैठे यामानाशी प्रांत के गर्वनर कोटारो नागासाकी मुस्कुरा रहे थे. दोनों के बीच कई बड़े करार हुए हैं. जिसके बारे में सीएम योगी ने ट्वीट कर बकायदा लिखा कि औद्योगिक सहयोग, पर्यटन और व्यावसायिक क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने पर बातचीत हुई है. इस हिसाब से हजारों करोड़ के करार होने की उम्मीद है. शायद आप ये जानकर दंग रह जाएं कि
यहां तक कि महाकुंभ में भी जापानी तकनीक की मदद ली जा रही है, जो लोग महाकुंभ में जा रहे हैं, उनके लिए 150 रुपये में रहने का इंतजाम हो सकता है. जापानी शैली से बनी स्लीपिंग पॉड में 1 घंटे रुकने की कीमत करीब 150 रुपये है, जिसमें एयर कंडीशनिंग, वेंटिलेशन सिस्टम, ट्यूब लाइट, नाइट लैंप, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट और साफ गद्दे के साथ मुलायम बिस्तर की सुविधा होगी. प्रयागराज रेलवे स्टेशन के पास आप इस स्लीपिंग पॉड का आनंद ले सकते हैं. अगर अकेले हैं तो सिंगल पॉड्स से सकते हैं, जबकि कपल या दो लोगों के लिए डबल ऑक्यूपेंसी पॉड्स बने हैं. यहां तक कि महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए पिंक पॉड्स भी बनाए गए हैं, जो अपने आप में खास है. जापान और भारत का चूंकि सांस्कृतिक जुड़ाव भी अलग है, इसलिए सीएम योगी ने जब जापानी बोली तो वहां उनका वीडियो वायरल होने लगा.