...ये है कुख्यात बदमाश नरेश पंडित, जो अलीगढ़ के खैर क्षेत्र का रहने वाला था, पूरे इलाके में गैंग बनाकर ये खौफ पैदा करना चाहता था. इसकी हिमाकत इतनी बढ़ गई थी कि 30 सितंबर की सुबह इसने पहले 2 करोड़ की लूट की घटना को अंजाम दिया, फिर 4 अक्टूबर को गिरफ्तारी हुई तो शौचालय जाने के बहाने पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. जिसके बाद पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे, तो ASP अनुज चौधरी ने खुद मोर्चा संभाला, और इसकी तलाश में फिरोजाबाद के मक्खनपुर क्षेत्र की उस लोकेशन पर पूरी टीम लेकर पहुंच जाते हैं, जहां पुलिस को देखते ही ये फायरिंग करता है, और गोली सीधा अनुज चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगती है.
शायद उसे ये लगा होगा कि ASP को निशाना बनाकर बच जाएंगे, लेकिन अनुज चौधरी जो सिंघम ऑफिसर के रूप में जाने जाते हैं, जिन्होंने रामपुर से संभल तक कई उपद्रवियों को सबक सीखाया, वो बाल-बाल बचने के बाद तुरंत आगे बढ़ते हैं, पुलिस की टीम मोर्चा संभालती है, करीब 20 मिनट तक दोनों ओर से फायरिंग होती है, और कुख्यात नरेश पंडित कुछ ही देर में ढेर हो जाता है. उसके बाद जो कहानी खुलती है, वो और हैरान करने वाली थी.
पता चलता है कि 30 सितंबर की सुबह इसने मक्खनपुर के घुनपाई गांव के पास कैश ट्रांजेक्शन का काम करने वाली कंपनी के कर्मचारी और ड्राइवर से 2 करोड़ रुपये लूट लिए. जिसके बाद एसएसपी सौरभ दीक्षित ने 6 टीमें लगाई, सीसीटीवी फुटेज और कार नंबर की मदद से पड़ताल शुरू हुई और 6 लोगों को पुलिस गिरफ्तार करती है, जिनके पास से अलीगढ़ के रहने वाले नरेश के पास से से ₹25.02 लाख नकद राशि बरामद हुई. गाजियाबाद के रहने वाले तुषार के पास से ₹20.12 लाख नकद और एक तमंचा मिला. अलीगढ़ के रहने वाले दुष्यंत के पास से ₹20.08 लाख की नकदी के साथ एक आईफोन भी बरामद हुआ. दिल्ली के रहने वाले अक्षय के पास से ₹13 लाख नकद मिले. हरियाणा के रहने वाले आशीष उर्फ आशू के पास से ₹10 लाख नकद के अलावा एक नई बाइक भी बरामद हुई. जबकि आगरा के रहने वाले मोनू उर्फ मिलाप इसके पास से ₹12 लाख की नकद राशि मिली.
पूछताछ में पता चला नरेश पंडित अपने ही साथियों के साथ धोखा कर रहा था, उसने ड्राइवर को अगवा कर उससे गाड़ी में रखा दूसरा सीक्रेट बॉक्स भी पूछा था, और उसमें रखे करीब 75 लाख रुपये अकेले हड़पना चाहता था, इसके लिए उसने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को चकमा देने का प्लान भी बनाया था, जिसके मुताबिक उसने पूछताछ में बताया कि लूट का कुछ हिस्सा अलीगढ़ में छिपाया है, जिसे पुलिस ने रात में छापेमारी कर बरामद कर लिया. तीसरी पूछताछ के दौरान नरेश ने घटनास्थल के पास 20 लाख रुपए छिपाने की बात कही. पुलिस उसे निशानदेही के लिए मौके पर ले गई, लेकिन वहां मौका पाकर नरेश ने चकमा देकर भाग निकला. डीआईजी शैलेश पांडे ने फरार नरेश के सिर पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया.
अनुज चौधरी की नेतृत्व वाली टीम ने उसकी तलाश तेज की, जहां उसने पुलिस से पंगा लेकर गलती कर दी. ख़बर है थाना रामगढ़ के प्रभारी इंस्पेक्टर संजीव दुबे इस घटना में घायल हुए. जबकि एसएसपी अनुज चौधरी के बुलेटप्रूफ जैकेट में एक गोली धंस गई.