उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) संस्कृत छात्रवृत्ति योजना (UP Sanskrit Scholarship Scheme) के शुभारंभ पर 300 से 900 रुपये के चेक बांटने के लिए ट्रोल हो रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर्स ने प्रचार के लिए छात्रों का इस्तेमाल करने के लिए यूपी सरकार की आलोचना की है. बता दें कि रविवार को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में हुए इस कार्यक्रम के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के संस्कृत स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई. लॉन्च के मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने सभी प्रोफेसरों, छात्रों और प्रिंसिपलों का स्वागत किया. इस दौरान सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि मैं दिवाली के समारोहों से ठीक पहले छात्रवृत्ति योजना शुरू करने के लिए सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं.
यह लॉन्च देश की भाषा और संस्कृति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. कार्यक्रम के दौरान, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश भर में आवासीय गुरुकुल शैली के संस्कृत स्कूलों को पुनर्जीवित करने की अपनी सरकार की योजना की भी घोषणा की. संस्कृत के सार पर आदित्यनाथ ने कहा कि जब कोई भक्ति में ईश्वर से जुड़ता है, तो वह संस्कृत की ऊर्जा को समझ सकता है.
मैं हमेशा यह जानकर हैरान रह जाता हूं कि संस्कृत लोगों के बीच एक अज्ञात भाषा कैसे रही है, लेकिन कुछ छात्रों ने इसका पालन करने की परंपरा को जारी रखा है. हालांकि, 2017 में, भाषा को वह सम्मान मिला जिसकी वह हकदार थी और अब हम सभी ने भाषा सीखने वाले छात्रों की संख्या में वृद्धि देखी है. सीएम ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में 1.5 लाख छात्र हैं जो संस्कृत भाषा सीख रहे हैं और अपना जीवन संस्कृति के लिए समर्पित कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही संभव हुआ है कि देश संस्कृत और देश की संस्कृति के प्रति अधिक समर्पित हो गया है. उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश संस्कृत और देश की संस्कृति के प्रति अधिक समर्पित हो गया है. संस्कृत केवल एक भाषा नहीं है, हम चाहते हैं कि यह दुनिया भर में संचार के उच्च स्तर तक पहुंचे.