लखनऊ : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में स्थित नैनी सेंट्रल जेल में कुख्यात माफिया अतीक अहमद का बेटा अली अहमद नहीं रहेगा. प्रशासन ने उसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच झांसी जेल शिफ्ट कर दिया है. नैनी जेल से रवाना करते समय जेल व पुलिस प्रशासन ने विशेष सुरक्षा इंतजाम किए थे. जून में अली की बैरक से निरीक्षण के दौरान 11 सौ रुपये नकद बरामद हुए थे. इस घटना ने जेल प्रशासन की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे. इसके बाद हाई सिक्योरिटी बैरक की निगरानी बढ़ाई गई और लापरवाही के आरोप में डिप्टी जेलर कांति देवी तथा हेड वार्डर संजय द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था.
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार अली अहमद को अतीक गैंग आईएस 227 का लीडर है. उसने 30 जुलाई 2022 को प्रयागराज की डिस्ट्रिक कोर्ट में सरेंडर किया था. यह सरेंडर उस केस में हुआ था, जिसमें उसके रिश्तेदार जीशान उर्फ जानू से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप लगा था. मामले में करेली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था.
अली अहमद पर अब तक 12 आपराधिक केस दर्ज हो चुके हैं. इनमें से एक बड़ा मामला 24 फरवरी 2023 को हुआ उमेश पाल और दो सरकारी गनरों की हत्या का है, जिसमें अली को भी आरोपी बनाया गया है. धूमनगंज थाना पुलिस ने 14 अप्रैल 2024 को उसकी हिस्ट्रीशीट 48B खोली, वहीं उसके भाई उमर की हिस्ट्रीशीट 57B खोली गई. नैनी जेल में पहले से ही अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ, वकील विजय मिश्रा और उमेश पाल शूटआउट केस के अन्य आरोपी बंद हैं. ऐसे हालात में सुरक्षा और प्रशासनिक दृष्टि से अली को झांसी जेल शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया.