बलिया : उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह को न्यायालय ने वारंट जारी किया है. बलिया जिले के सीजीएम अदालत ने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह सहित 15 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. अदालत ने पुलिस को आदेश दिया है कि वारंट तय तारीख में अनुपालन कराए. यह मामला वर्ष 2015 का है,जब दयाशंकर सिंह पर धारा 144 के उल्लंघन का आरोप में शिकायत दर्ज हुआ था. 9 सितंबर 2015 को धारा 144 लागू होने के बावजूद दयाशंकर सिंह व सहयोगियों के द्वारा सभा आयोजित की गई थी. इस मामले में पुलिस ने दयाशंकर के साथ 15 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था.
अदालत से कई बार नोटिस जारी किए जाने के बाद भी मंत्री और अन्य आरोपी न्यायालय में हाजिर नहीं हुए. जिसके बाद सीजीएम शैलेश कुमार पांडेय की कोर्ट ने आरोपियों की अनुपस्थिति को गंभीर मानते हुए गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है. कोर्ट ने साफ किया है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है. चाहे वह आम नागरिक हो या फिर मंत्री ही क्यों नहीं हो. वारंट जारी होने के बाद पुलिस क्या करती है, यह देखना भी बेहद दिलचस्प होगा.
सुर्खियों में रहते है परिवहन मंत्री
यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह बलिया जिले के बीजेपी के सबसे कद्दावर नेता माने जाते हैं. बीएसपी के विधायक उमाशंकर सिंह को लेकर बयान के बाद सुर्खियों में चल रहे थे. इसी बीच गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद जिले की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. विपक्ष भी इस मुद्दे को लपककर कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रही है. वहीं, पूरे मामले में मंत्री दयाशंकर सिंह की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है. अब पुलिस और प्रशासन पर अदालत के आदेश को लागू कराने का भारी-भरकम दबाव है.