नई दिल्ली: ये है आजम खान का नया वीडियो, जो सीतापुर जेल से निकलने के बाद जो रामपुर पहुंचते ही एक थ्री स्टार पुलिस ऑफिसर पर भड़क जाते हैं, ब्लैक कलर का चश्मा लगाए आजम का चेहरा देखकर ऐसा लगता है जैसे वो बेहद गुस्से में हों, ऊंगलियों से इशारा कर वो पुलिसकर्मी को कुछ कहते भी हैं, कहते हैं क्या हैं वीडियो में सुनिए, फिर इनके कुछ पुराने तेवर भी आपको दिखाते हैं.
आजम खान का गुस्सा इस बात पर था कि उनकी वजह से बाकी यात्रियों को क्यों रोका जा रहा है, लेकिन 100 से ज्यादा गाड़ियों का काफिला जब इनके साथ चल रहा था तो फिर ट्रैफिक व्यवस्था पुलिस कैसे बनाती, वहां असल में क्या हुआ था, ये तो थ्री स्टार ऑफिसर और आजम खान ही बेहतर बता पाएंगे, लेकिन अधिकारियों से भिड़ने की इनकी आदत पुरानी रही है, ये वही आजम खान हैं जो कभी कहा करते थे इन अधिकारियों से मत डरना, ये तनख्वैया हैं, इनसे तो जूते साफ करवाएंगे.
लेकिन कहते हैं अकड़ किसी की नहीं रहती, आजम खान जिन IAS ऑफिसर से जूते साफ कराने की बात करते थे, समर्थकों को खुश करने के लिए ऐसे बयान देते थे, वैसे ही एक IAS ऑफिसर ने इन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई. जिनका नाम है IAS आंजनेय कुमार सिंह. जो हैं तो सिक्किम कैडर के, पर बीते दिनों ही सातवीं बार इनकी प्रतिनियुक्ति बढ़ी है, और यूपी में ही लगता है कुछ वक्त के लिए परमानेंट हो गए हैं.
जब आजम की फाइल इन्होंने खोली थी, तब ये रामपुर के डीएम हुआ करते थे, अब मुरादाबाद के कमिश्नर हैं और इत्तेफाक से रामपुर उसी मंडल में है. यानि आजम की फाइल अभी पूरी तरह से बंद नहीं हुई है. अब तक चर्चा यही रहती है कि IAS आंजनेय कुमार सिंह की भूमिका आजम को जेल भेजने में बड़ी रही है, और योगी से खुली अदावत आजम को भारी पड़ी, हालांकि बीजेपी नेता अपर्णा बिष्ट कहती हैं. न तो आजम को जेल भेजने में बीजेपी की कोई भूमिका थी, न रिहाई पर कोई बात है, सबकुछ अदालत ने किया है.
यानि आजम कानून के हद में रहेंगे, तो बाहर रहेंगे, वरना ऐसे ही दारोगा से उलझते रहे, गुस्सा दिखाते रहे, या फिर पुरानी फाइल इनकी खुलती रही तो फिर जेल जाना पड़ सकता है. आजम ने पुलिस ऑफिसर से जो व्यवहार किया, उसे आप कैसे देखते हैं, क्या आजम जेल के अंदर का गुस्सा अब बाहर खाकी पर निकाल रहे हैं, या उनका गुस्सा जायज है...