Bhojpuri Actres MMS: 2022 के MMS विवाद के बाद भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन वजह इस बार अलग है. दरअसल, दावा किया जा रहा था कि अक्षरा सिंह बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन करने वाली है. इस खबर पर अब अक्षरा सिंह ने चुप्पी तोड़ी है. उनकी यह बात उन अटकलों को खारिज करती है जो उनके कुछ सामाजिक और सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद शुरू हुई थीं.
उससे पहले बता दें कि हाल ही में भोजपुरी स्टार रितेश पांडे ने पीके की पार्टी जनसुराज को ज्वाइन कर लिया है. हाल ही में अक्षरा की कुछ तस्वीरें और उनके कांग्रेस नेताओं के साथ इवेंट्स में शामिल होने की खबरों ने यह अटकलें तेज कर दी थीं कि वह बिहार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा सकती हैं. लेकिन, इन सभी चर्चाओं पर विराम लगाते हुए अक्षरा सिंह ने अपनी चुप्पी तोड़ी और साफ कर दिया कि उनका फिलहाल राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है.
अक्षरा सिंह, जिन्होंने भोजपुरी सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बनाई है, ने हाल ही में एक समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में अपनी स्थिति स्पष्ट की. जब उनसे पूछा गया कि क्या वह बिहार विधानसभा चुनाव में उतरने की योजना बना रही हैं, तो उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में जवाब दिया, "जब भी मैं चुनाव लड़ने का फैसला करूंगी, आप सभी को खुद बुलाकर बताऊंगी. लेकिन अभी मेरे पास ऐसी कोई योजना नहीं है. मैं अपने वर्तमान काम को पूरी लगन और उत्साह के साथ करना चाहती हूं, और इसमें मुझे आप सभी के प्यार और समर्थन की जरूरत है.
उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि उनका किसी भी राजनीतिक दल से कोई औपचारिक जुड़ाव नहीं है. अक्षरा सिंह ने कहा, "मैं आज भी किसी राजनीतिक पार्टी का हिस्सा नहीं हूं. पहले भी मैंने कहा था कि मैं अच्छी सोच और सामाजिक कार्यों के लिए कुछ जगहों पर गई थी. भविष्य में भी अगर जरूरत पड़ी, तो मैं हमेशा सकारात्मक सोच के साथ खड़ी रहूंगी. लेकिन, इसका मतलब यह नहीं कि मैं चुनाव लड़ने जा रही हूं."
नीतीश सरकार की तारीफ की
अक्षरा ने बिहार सरकार की हालिया घोषणा, जिसमें हर परिवार को 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने की बात कही गई है, की जमकर तारीफ की. उन्होंने इसे एक "कमाल की पहल" बताते हुए कहा, "यह बिहार के लोगों के लिए बहुत बड़ी बात है. सरकार का यह कदम वाकई में तारीफ के काबिल है। हम उम्मीद करते हैं कि बिहार और अधिक प्रगति करे और विकास की नई ऊंचाइयों को छूए।" अक्षरा की यह टिप्पणी न केवल उनकी सामाजिक जागरूकता को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि वह बिहार के विकास और समृद्धि की कामना करती हैं, भले ही वह राजनीति में प्रत्यक्ष रूप से शामिल न हों।