नई दिल्ली: भारत के खगोल प्रेमियों के लिए आज रात एक दुर्लभ खगोलीय घटना होने वाली है, जब पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान चांद गहरे लाल रंग में रंगा नजर आएगा. इस आकर्षक घटना को रक्त चंद्रमा या ब्लड मून कहा जाता है. इस घटनाक्रम को 82 मिनट तक देखा जा सकेगा. यह संयोग इस दशक के सबसे लंबे पूर्ण चंद्र ग्रहणों में एक है.
क्यों होता है पूर्ण चंद्र ग्रहण
पूर्ण चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, जिससे उसकी छाया चंद्रमा की सतह पर पड़ती है. सूर्य ग्रहण के विपरीत, जो दिन को कुछ समय के लिए अंधेरा कर देता है, चंद्र ग्रहण के दौरान चांद लाल रंग का हो जाता है.
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल के किनारों से होकर गुजरता है, जिससे नीले और हरे जैसे छोटे तरंगदैर्ध्य बिखर जाते हैं, जबकि लाल रंग की लंबी तरंगें मुड़कर चंद्रमा पर पड़ती हैं. 82 मिनट तक चांद पूरी तरह से लाल नजर आएगा. इस दौरान, लाल रंग का चांद और आसपास के तारों के बीच का अंतर देखने लायक होगा, जो खगोल प्रेमियों और सामान्य दर्शकों के लिए एक अविस्मरणीय दृश्य होगा.
भारत में देखने का सबसे अच्छा समय
यह ग्रहण भारत में शुरू से अंत तक दिखाई देगा. खगोलशास्त्रियों के अनुसार, पूर्ण चंद्र ग्रहण का चरण, जब चांद पूरी तरह लाल दिखेगा, देर रात शुरू होगा और आधी रात के बाद तक चलेगा. आंशिक और उपच्छाया चरण कई घंटों तक चलेगा, लेकिन 82 मिनट का रक्त लाल चरण सबसे रोमांचक होगा.
कहां-कहां दिखेगा ऐसा विहंगम दृश्य
दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई और कोलकाता जैसे प्रमुख भारतीय शहरों में, यदि आसमान साफ रहा तो लोग इस नजारे का शानदार दृश्य देख सकेंगे. यह ग्रहण दुनिया भर के लगभग सात मिलियन लोगों को कई महाद्वीपों पर दिखाई देगा. यांगून, शंघाई, जोहान्सबर्ग, लागोस, काहिरा, बैंकॉक, जकार्ता, बर्लिन, मॉस्को, सियोल, रोम, ढाका, कोलकाता, बुडापेस्ट, मनीला, एथेंस, सिंगापुर, मेलबर्न, बुखारेस्ट, सिडनी, सोफिया, टोक्यो, बीजिंग, अंकारा, ब्रुसेल्स, एम्स्टर्डम, पेरिस, लंदन और मैड्रिड जैसे शहरों में इसे सबसे अच्छे से देखा जा सकेगा. सूर्य ग्रहण के विपरीत, चंद्र ग्रहण को देखने के लिए किसी विशेष चश्मे की जरूरत नहीं होती, जिससे इसे नंगी आंखों या दूरबीन से सुरक्षित रूप से देखा जा सकता है.
क्यों देखने से नहीं चूकना चाहिए?
इतने लंबे समय तक चलने वाला पूर्ण चंद्र ग्रहण दुर्लभ होता है. चांद का एक घंटे से अधिक समय तक चटक लाल रंग में नजर आना न केवल प्रकृति का एक शानदार नजारा है, बल्कि यह हमें अंतरिक्ष में हमारी पृथ्वी की अनूठी स्थिति की याद भी दिलाता है. फोटोग्राफरों के लिए यह एक शानदार अवसर है जब वे इस नजारे को कैमरे में कैद कर सकते हैं, वहीं छात्रों और खगोल प्रेमियों के लिए यह खगोलीय गतिविधियों को समझने का बेहतरीन मौका है.
रक्त चंद्रमा की फोटोग्राफी कैसे करें?
रक्त चंद्रमा की तस्वीरें लेने के लिए तैयारी और सही सेटिंग्स जरूरी हैं. डीएसएलआर कैमरे के साथ, 200 मिमी या उससे लंबा टेलीफोटो लेंस इस्तेमाल करें, इसे तिपाई पर लगाएं और मैनुअल मोड में शूट करें. आईएसओ 400–800, अपर्चर f/5.6 या उससे अधिक चौड़ा, और शटर स्पीड 1/125 सेकंड से एक सेकंड के बीच रखें. हमेशा रॉ (RAW) फॉर्मेट में शूट करें और मैनुअल फोकस का उपयोग करें.
स्मार्टफोन यूजर्स क्या करें?
स्मार्टफोन यूजर्स को अपने डिवाइस को स्थिर करना चाहिए, टाइमर मोड का उपयोग करना चाहिए और डिजिटल जूम से बचना चाहिए. नाइट या एस्ट्रोफोटोग्राफी मोड डिटेल्स कैप्चर करने में मदद करते हैं, और मैनुअल एक्सपोजर ओवरएक्सपोजर से बचाता है. पोस्ट-प्रोसेसिंग से लाल रंग और शार्पनेस को बढ़ाया जा सकता है. जल्दी पहुंचें, मौसम की स्थिति जांचें और ग्रहण के प्रत्येक चरण के लिए सेटिंग्स को तैयार कर बाहर निकलें, आसमान की ओर देखें और इस शानदार खगोलीय नजारे का आनंद लें, वो भी बिना किसी उपकरण के!