नई दिल्ली: उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने से कई जिलों में भूस्खलन हुआ है, जिसके कारण कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई और 3 लोग लापता हैं. चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और बागेश्वर जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. रातभर हुई बारिश ने घरों को नुकसान पहुंचाया, वाहनों को बहा ले गई और खेतों को जलमग्न कर दिया.
बागेश्वर में भारी नुकसान
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (USDMA) के अनुसार, बागेश्वर जिले की पौसारी ग्राम पंचायत में 6 घर पूरी तरह नष्ट हो गए, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई और 3 लोग लापता हैं. चमोली के मोपता गांव में एक मकान और गोशाला मलबे में दब गए, जिसमें एक दंपति की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति घायल हुआ. रुद्रप्रयाग जिले में आधा दर्जन से ज्यादा गांवों को भारी नुकसान हुआ. तलजमन गांव में 30-40 परिवार फंसे हुए हैं, जबकि चेनागढ़ में 4 स्थानीय लोग और 4 नेपाली मजदूर मलबे में फंस गए. कई जगह सड़कें टूटने से बचाव कार्यों में देरी हो रही है.
सड़कें बंद, यात्रा प्रभावित
NDRF, SDRF, DDRF और स्थानीय पुलिस की टीमें प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य में जुटी हैं. लगातार बारिश से अलकनंदा, मंदाकिनी, बलगंगा, धर्मगंगा और भिलंगना जैसी नदियां उफान पर हैं, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. प्रशासन ने नदी किनारे रहने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी है. बद्रीनाथ और केदारनाथ मार्ग सहित कई हाईवे मलबे के कारण बंद हैं, जिससे तीर्थयात्रियों को परेशानी हो रही है. अधिकारियों ने यात्रियों से सड़क की स्थिति जांचने के बाद ही यात्रा शुरू करने को कहा है.
मौसम विभाग ने किया अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बागेश्वर, चमोली, देहरादून और रुद्रप्रयाग के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जहां अगले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. चंपावत, हरिद्वार, पिथौरागढ़, उधम सिंह नगर और उत्तरकाशी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
लगातार मानसून की मार
उत्तराखंड इस मानसून में पहले भी भारी तबाही झेल चुका है. 5 अगस्त को खीर गंगा नदी में अचानक बाढ़ ने गंगोत्री मार्ग पर धराली गांव को आधा तबाह कर दिया था, जिसमें होटल, होमस्टे और एक सेना शिविर प्रभावित हुए थे. उस घटना में 69 लोग अब भी लापता हैं, जिनमें 9 सैनिक, 25 नेपाली नागरिक और अन्य शामिल हैं. बचाव और राहत कार्य जारी हैं, लेकिन अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि और भारी बारिश से स्थिति और बिगड़ सकती है.