Jaypee Aman Society: नोएडा सेक्टर-51 की एक आलीशान कॉलोनी का वीडियो लगतार वायरल हो रहा है, जिसमें दिख रहा है कि करोडों के फ्लैट के दरवाजे और खिड़कियां कितने मजबूत और सुरक्षित हैं. एक ही आंधी में ये पत्तों की तरह ऐसे उड़े कि कॉलोनी में रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा रहा है कि कैसे आंधी ने इस सोसाइटी में तबही मचाई है.
तूफान से हुई तबाही
घटना नोएडा के एक प्रमुख आवासीय परिसर की है, जहां तेज हवाओं और बारिश के कारण कई फ्लैट्स की खिड़कियां और दरवाजे उड़ गए। निवासियों के अनुसार, यह तूफान इतना शक्तिशाली था कि उसने भवन की बाहरी संरचना को भी नुकसान पहुँचाया। कुछ निवासियों ने बताया कि उनके फ्लैट्स की खिड़कियां और दरवाजे पूरी तरह से उखड़ गए, जिससे अंदर पानी भर गया और सामान भी क्षतिग्रस्त हो गया।
नोएडा सेक्टर-151 की Jaypee Aman सोसायटी में तेज आंधी में फ्लैट की खिड़कियां-दरवाज़े उड़कर कमरे में आ गिरे, कुछ नीचे जा गिरे।
— Greater Noida West (@GreaterNoidaW) May 16, 2025
निर्माण की "उच्च गुणवत्ता" पर सवाल कौन उठाए? नोएडा-ग्रेटर नोएडा के ज़्यादातर बिल्डर्स का हाल यही है ????pic.twitter.com/wX2gCvTP50
वायरल वीडियो
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर @Pravendra_Sikar नामक उपयोगकर्ता ने साझा किया है। वीडियो (Viral Video) में देखा जा सकता है कि कैसे तेज हवाओं ने फ्लैट्स की खिड़कियों और दरवाजों को उड़ा दिया। इस वीडियो को अब तक लगभग से ज्यादा बार देखा जा चुका है और यह तेजी से वायरल हो रहा है।
निर्माण गुणवत्ता पर सवाल
इस घटना ने निर्माण गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भवन निर्माण में उपयोग की गई सामग्री और तकनीक की गुणवत्ता में कमी के कारण ही ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई। कुछ निवासियों ने कहा कि अगर भवन की संरचना मजबूत होती, तो इस तरह की घटना नहीं होती।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद, नोएडा प्राधिकरण (Noida) और संबंधित अधिकारियों ने मौके पर पहुँचकर स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने निवासियों को आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही आवश्यक मरम्मत कार्य करेंगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कदम उठाएंगे।
भविष्य की तैयारी
इस घटना ने अन्य आवासीय परिसरों को भी सतर्क कर दिया है। निवासी अब अपने भवनों की संरचना और निर्माण गुणवत्ता की पुनः जाँच करवा रहे हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि भवनों की नियमित निरीक्षण और मरम्मत कार्यों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।