सागर: मध्य प्रदेश के सागर जिले से एक ऐसा मामला सुर्खियों में है, जो सूदखोरों की क्रूरता का घिनौना चेहरा चेहरा उजागर करता है. एक साधारण परिवार ने व्यापार के लिए लिए गए महज 5 लाख रुपये के कर्ज पर 70 लाख से ज्यादा की रकम लौटा दी, जिसमें नकद पैसे, मोबाइल ट्रांसफर और लाखों के आभूषण शामिल हैं. लेकिन लालची सूदखोर का पेट अभी भी नहीं भरा. अब वह पीड़ित की पत्नी को अपनी हवस का शिकार बनाने की धमकी दे रहा है.
ऊपर से, परिवार का घर भी जब्त कर लिया गया है, जिससे वे सड़क पर आ चुके हैं. मामले की शिकायतकर्ता अंजलि रजक ने पति आशीष और देवर के साथ एसपी ऑफिस पहुंचकर आरोपी जेके जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. बाहुबली कॉलोनी के निवासी जेके पर मकरोनिया रजाखेड़ी के इस परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं. अंजलि के मुताबिक, आशीष ने जेके से 3 फीसदी मासिक ब्याज पर 5 लाख का लोन लिया था.
लेकिन बदले में उन्होंने अब तक 15 लाख का डिजिटल पेमेंट, 40 लाख कैश और करीब 15 लाख के गहने सौंप दिए. कुल मिलाकर, मूल रकम से 14 गुना ज्यादा चुकता हो चुका है! परिवार का दर्द यहीं खत्म नहीं होता. जेके पर 25 फीसदी तक का मनमाना सूद वसूलने का इल्जाम है. जब आशीष समय पर पैसे न चुका पाता, तो जेके घर पर धमकाता, बच्चों को अपहरण करने की धमकी देता और मारपीट करता.
डर के मारे आशीष ने बाहर से और कर्ज लेकर भी पैसे चुकाए. हाल ही में जेके ने उनके घर पर ताला जड़ दिया, जिससे परिवार बेघर हो गया. सबसे शर्मनाक मोड़ तब आया जब जेके ने अंजलि पर गलत रिश्ते बनाने का दबाव डालना शुरू कर दिया.
पूरा परिवार डर और सदमे में जी रहा है. अंजलि और आशीष ने पुलिस से गुहार लगाई है कि जेके जैसे सूदखोर पर कड़ी कार्रवाई हो, उनका घर-गहने और अतिरिक्त वसूली लौटाई जाए, ताकि वे इस खौफ से आजाद हो सकें. एसपी ने आश्वासन दिया है कि जांच तेज होगी और न्याय मिलेगा.यह घटना सूदखोरी के खिलाफ सख्त कानून की जरूरत पर सवाल खड़े करती है, जहां लालच की कोई सीमा नहीं बची.