बिहार के खगड़िया सिविल कोर्ट ने भोजपुरी फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री और गायिका अक्षरा सिंह के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है. यह आदेश प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट हिम शिखा मिश्रा ने 2018 के एक मामले में दिया है. मामला उस समय का है जब अक्षरा सिंह ने एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होने की सहमति दी थी, लेकिन तय समय पर वह कार्यक्रम में नहीं पहुंचीं. इसके बाद कार्यक्रम स्थल पर हंगामा और तोड़फोड़ हुई, जिससे लाखों का नुकसान हुआ.

2018 का मामला
2018 में शंभू कुमार नाम के टेंट हाउस मालिक ने अक्षरा सिंह और चार अन्य लोगों के खिलाफ कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी. यह मामला खगड़िया के जेएनकेटी ग्राउंड पर आयोजित शहीद किशोर कुमार मुन्ना की स्मृति में हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम से जुड़ा है. आरोप है कि अक्षरा सिंह ने इस कार्यक्रम में आने का वादा किया था, लेकिन वह कार्यक्रम में नहीं आईं. इसके बाद वहां तोड़फोड़ और आगजनी हुई, जिससे आयोजकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा.
कोर्ट का आदेश
मामला कोर्ट में पहुंचने के बाद कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया और अक्षरा सिंह को समन भेजा गया. लेकिन अक्षरा सिंह कोर्ट में पेश नहीं हुईं. इसके बाद कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने का आदेश दिया है.

अक्षरा सिंह की फिल्मी और निजी ज़िंदगी
अक्षरा सिंह भोजपुरी फिल्मों की जानी-मानी अभिनेत्री हैं. उन्होंने खेसारी लाल यादव और पवन सिंह जैसे भोजपुरी सुपरस्टार्स के साथ कई हिट फिल्मों में काम किया है. उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘दिलेर’, ‘साथिया’, ‘सत्या’, ‘तबादला’, ‘धड़कन’ और ‘सौगंध गंगा मईया के’ शामिल हैं. 2010 में अक्षरा ने रवि किशन के साथ फिल्म ‘सत्यमेव जयते’ में भी काम किया था. इसके अलावा वह 2015 में ज़ी टीवी के धारावाहिक ‘काला टीका’ में भी नजर आईं.

निजी जीवन में चर्चा
अक्षरा सिंह अपने प्रेम प्रसंग और पवन सिंह के साथ ब्रेकअप के कारण भी सुर्खियों में रहीं. हालांकि बाद में उन्होंने गायिकी में भी हाथ आजमाया और सफलता हासिल की. आज अक्षरा के इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर लाखों फॉलोवर्स हैं, जो उनकी प्रतिभा और लोकप्रियता का प्रमाण है.