
ये तस्वीरें हैं बिहार के पश्चिम चंपारण जिले की, जहां नोट गिनने वाली मशीन लेकर दो अधिकारी एक घर के अंदर जा रहे हैं, लोहे की गेट लगी दीवार के अंदर कितना खजाना छिपा है, इसका अंदाजा शायद आप ऐसे नहीं लगा पाएं, तो जरा दो तस्वीरें देखिए. पहली तस्वीर में 500-500 रुपये की गड्डियां 10 लाइन में रखी हैं, कुछ 100-200 के नोट भी हैं, ये सब एक गद्दे पर रखा है, पैसे के हिसाब से अगर गद्दे की कीमत लगाएं तो वो भी लाखों का हो सकता है. क्योंकि बड़े-बड़े साहब को महंगे गद्दों पर सोने की आदत होती है. जबकि दूसरी तस्वीर में एक चादर पर 500, 200 और 100 के नोटों की गड्डियां रखी हैं, ऐसा लगता है साहब ने घर में ही बैंक खोल रखा है.
इतना रुपया तो बैंक मैनेजर क्या बड़े-बड़े अधिकारियों को घर भी नहीं मिलेगा, फिर ये साहब हैं कौन जरा ये समझ लीजिए. फिर इस बात पर आते हैं विजिलेंस वालों ने इतना रुपया पकड़ा कैसे, न बाथरूम की दीवार तोड़नी पड़ी, न टाइल्स को हटाना पड़ा, रेड फिल्म की तरह कुछ मेहनत नहीं करनी फिर भी इतनी रकम बरामद हो गई. और अब इनके घर में सरकारी स्कूल खोलने की चर्चा क्यों तेज हो चली है.

नोटों के बिस्तर पर सोने वाले साहब कौन?
पटना विजिलेंस के पास शिकायत पहुंची तो पता चला स्कूल का सारा काम चहेते ठेकेदारों से करवाते हैं, बच्चों के लिए बेंच खरीदना हो, डेस्क लेना हो या फिर स्कूल में शौचालय बनना हो, हर काम अपने लोगों से करवाते, जमकर कमीशन का खेल चलता, लेकिन ये खेल तब खुल गया, जब सुबह-सुबह ही पटना से विजिलेंस के अधिकारी घर के बाहर पहुंच गए, घर में कोई ठीक से सोकर भी नहीं जागा था, तभी दरवाजे पर की कुंडी खटकी, अधिकारी घर के अंदर पहुंचे, और तलाशी अभियान शुरू कर दिया, अधिकारियों को शक था कि घर के कोने-कोने में तोड़फोड़ करनी पड़ सकती है, क्योंकि फिल्में देख-देखकर आजकल भ्रष्ट अधिकारी भी तेज दिमाग लगाने लगे हैं, लेकिन जैसे ही वो बेडरूम में घुसे, वहां से चादर हटाई.
पलंग के अंदर देखना शुरू किया, नोटों की गड्डियां ऐसे रखी मिली, जिसकी उन्हें उम्मीद तक नहीं थी, रजनीकांत प्रवीण ने शायद सोचा होगा बेड की क्या ही चेकिंग होगी, लेकिन विजिलेंस वालों ने इनका खेल ही पलट दिया, जब इतना नोट देखा तो मशीन मंगवाई गई, लेकिन कितने पैसे बरामद हुए ये जानने से ज्यादा ये समझना जरूरी है कि अब इनका क्या होगा.

नीतीश कुमार का साफ आदेश है भ्रष्ट तरीके से अर्जित संपत्ति को जब्त कर उसमें स्कूल खोला जाएगा. तो क्या धनकुबेर डीईओ ने जो घर बनाया है, उसमें स्कूल खुलने जा रहा है, ये भी चर्चा बिहार में तेज हो चली है. वैसे भी सीएम नीतीश इन दिनों नायक फिल्म वाले अनिल कपूर की स्टाइल में दिख रहे हैं, मधुबनी जिले में जैसे ही प्रगति यात्रा के दौरान पहुंचे, वहां लोग अपनी समस्याएं लेकर आए, तभी सीएम साहब ने वहां के डीएम की ओर इशारा किया.
डीएम ने बीडीओ राम नारायण प्रसाद का नाम पुकारा, माइक से तीन बार नाम पुकारा गया, लेकिन बीडीओ साहब नहीं दिखे, नतीजा नीतीश कुमार ने तुरंत एक्शन लिया और कहा इन्हें तत्काल सस्पेंड करिए, बिहार शिक्षा परियोजना के निदेशक राजेश भूषण को भी सीएम साहब ने शिक्षा विभाग में गड़बड़ी की शिकायत पर तत्काल एक्शन के आदेश दिए हैं, जिसका नतीजा ये भी हो सकता है कि कई भ्रष्ट शिक्षक और अधिकारी पकड़े जाएं, रजनीकांत प्रवीण की तरह कईयों के काले खजाने पर सरकारी ताला लग जाए. जनता की गाढ़ी कमाई लूटने वाले ऐसे लोगों की संपत्ति जब्त कर लेना और इन्हें जेल भेज देना ही क्या सही न्याय है या इनके खिलाफ कुछ और एक्शन होना चाहिए, आपको क्या लगता है, कमेंट कर अपनी राय जरूर दें.