नई दिल्ली: मणिपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के ठीक एक दिन बाद हिंसा भड़क उठी. चूड़ाचांदपुर जिले में रविवार को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच तनाव बढ़ गया. यह विवाद तब शुरू हुआ जब दो युवकों को पीएम मोदी के स्वागत में लगाए गए बैनर और होर्डिंग्स को नुकसान पहुंचाने के आरोप में हिरासत में लिया गया. 11 सितंबर की रात को पियरसनमुन और फाइलिएन बाजार क्षेत्र में कई बैनर और कटआउट फाड़े गए थे.
इस घटना के बाद पुलिस ने कुछ युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया, जिनमें से अधिकांश को बाद में रिहा कर दिया गया. हालांकि, दो युवकों को हिरासत में रखा गया, जिसके विरोध में भीड़ ने चूड़ाचांदपुर पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया और सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया.
स्थिति तब नियंत्रण में आई जब पुलिस ने दोनों युवकों को रिहा कर दिया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने स्पष्ट किया कि इन युवकों को अचानक गिरफ्तार नहीं किया गया था, बल्कि तोड़फोड़ की घटना के संबंध में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था.
उल्लेखनीय है कि मई 2023 से मणिपुर में कुकी और मेइती समुदायों के बीच जातीय तनाव जारी है. शनिवार को पीएम मोदी ने पहली बार इस अशांत राज्य का दौरा किया और चूड़ाचांदपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मणिपुर को शांति का प्रतीक बनाने का संकल्प जताया. उन्होंने कहा कि शांति के बिना राज्य का विकास संभव नहीं है.