फिल्म निर्माता और पटकथा लेखक किरण राव (Kiran Rao) ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 97वें अकादमी पुरस्कार के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुनी गई 'लापता लेडीज' (Laapataa Ladies) देश की तरह ही वैश्विक दर्शकों को भी पसंद आएगी. फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) ने सोमवार को फिल्म की अनूठी कहानी और दर्शकों और आलोचकों दोनों को पसंद आने वाली इसकी अपील को मान्यता देते हुए इसकी घोषणा की.
किरण राव और ज्योति देशपांडे के सहयोग से आमिर खान (Aamir Khan) द्वारा निर्मित 'लापता लेडीज' ने अपनी रिलीज के बाद से ही व्यापक प्रशंसा प्राप्त की है. फिल्म में नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा, स्पर्श श्रीवास्तव और रवि किशन जैसे प्रतिभाशाली कलाकार हैं. यह फिल्म दो युवा दुल्हनों की हास्य कहानी है, जो ट्रेन यात्रा के दौरान खुद को खोई हुई पाती हैं, जिसके कारण कई हास्यपूर्ण गलतफहमियां पैदा होती हैं. राव ने यह समाचार प्राप्त करने पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं बहुत सम्मानित और प्रसन्न हूं कि हमारी फिल्म 'लापता लेडीज़' को अकादमी पुरस्कारों में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना गया है.
यह मान्यता मेरी पूरी टीम के अथक परिश्रम का प्रमाण है, जिनके समर्पण और जुनून ने इस कहानी को जीवंत कर दिया।" इस बात पर जोर देते हुए कि सिनेमा हमेशा दिलों को जोड़ने, सीमाओं को पार करने और सार्थक बातचीत को प्रज्वलित करने का एक शक्तिशाली माध्यम रहा है, उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह फिल्म "दुनिया भर के दर्शकों को पसंद आएगी, जैसा कि भारत में है.
उन्होंने कहा, "मैं चयन समिति और इस फिल्म में विश्वास रखने वाले सभी लोगों के प्रति अपना हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहती हूं. इस साल ऐसी अद्भुत भारतीय फिल्मों में से चुना जाना वास्तव में एक बड़ा सम्मान है - जो इस सम्मान के लिए समान रूप से योग्य दावेदार हैं.
किरण राव ने दर्शकों के प्रति भी आभार व्यक्त करते हुए कहा, "दर्शकों के लिए, आपका प्यार और समर्थन हमारे लिए बहुत मायने रखता है और यह इस फिल्म में आपका विश्वास है जो हमें फिल्म निर्माताओं के रूप में रचनात्मक सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है. इस अविश्वसनीय सम्मान के लिए एक बार फिर धन्यवाद.
हम इस यात्रा को बड़े उत्साह के साथ आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं. आमिर खान प्रोडक्शंस और जियो स्टूडियो द्वारा प्रस्तुत इस फिल्म को 29 दावेदारों में से चुना गया, जिसने इसे वैश्विक मंच पर भारतीय सिनेमा के एक योग्य प्रतिनिधि के रूप में स्थापित किया. किरण राव ने पूरी कास्ट और क्रू को उनकी कड़ी मेहनत का श्रेय दिया और चयन समिति के फैसले की सराहना.