Bareilly violence: बरेली में जब पत्थर बरस रहे थे, एक नदीम नाम का व्यक्ति फोन पर अपडेट ले रहा था, वो व्हाट्सऐप कॉल के जरिए कई लोगों के संपर्क में था, जिसे पुलिस अब तलाश रही है, पर सवाल ये उठ रहा है कि आखिर ये है कौन, जिसने योगीराज में इतनी बड़ी हिमाकत की...इसकी कुंडली जब पुलिस ने खंगाली तो कई हैरान करने वाला खुलासे हुए, जिसके बारे में बताएं उससे पहले सुनिए जो मौलाना तौकीर रजा योगी को खुली चुनौती दे रहा था, कह रहा था बरेली का मुसलमान शांत नहीं बैठने वाला, वो अब क्यों कहने लगा अतीक-अशरफ की तरह मुझे भी गोली मार दो... गिरफ्तारी के बाद से ही उसके होश उड़े हुए हैं.
बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य दावा करते हैं वहां सिर्फ पत्थर ही नहीं चले बल्कि गोलियां भी चली हैं, पुलिस ने खोखे बरामद किए हैं, तो सवाल ये उठ रहा है कि इतनी बड़ी घटना के लिए फंडिंग किसने की...क्या इसमें बाहरी ताकतों का भी हाथ है, बाहरी जिले से लोगों के इस प्रदर्शन में शामिल होने की बात से अनुराग आर्य भी इनकार नहीं करते..
पर लोग चाहे जहां-कही के भी हों... जो भी इस उपद्रव में शामिल हुआ, उसका मुकम्मल इलाज होने वाला है. क्योंकि सीएम योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा है उपद्रवियों की समय-समय पर डेंटिंग-पेटिंग जरूरी है और इनका ऐसा इलाज करेंगे कि इनकी पीढ़ियां भी याद रखेंगी.
फिलहाल बरेली के कई इलाकों को छावनी में बदल गया है, हजारों की संख्या में जवान तैनात हैं...करीब 200 सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस एक-एक उपद्रवी की तलाश में जुटी है...और इसमें नदीम नाम के व्यक्ति की भूमिका सबसे बड़ी नजर आ रही है....
कौन है नदीम, जिसे ढूंढ रही पुलिस
नदीम तौकिर रजा का खास बताया जा रहा है, इसलिए तौकीर से पूछताछ में नदीम के राज खुल सकते हैं...आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि तौकीर रजा ने पुलिस को चकमा देने के लिए अपना घर छोड़ दिया था, मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ कर लिया था. जुम्मे की नमाज के बाद हुई घटना के बाद से तौकीर को गिरफ्तारी का डर सताने लगा था, पर मौलाना ने अगले ही दिन एक बड़ी गलती कर दी, वो मोबाइल ऑन कर एक और वीडियो जारी कर देता है, जिसमें वहां के मुस्लिमों को निर्दोष और पुलिस-प्रशासन को इसका गुनाहगार बताता है... ये कुछ वैसा ही था जैसे संभल की घटना के बाद वहां की मस्जिद के सदर जफर अली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया था... नतीजा पुलिस को मौलाना तौकीर रजा की लोकेशन मिल जाती है और सुबह-सुबह पुलिस मौलाना को उठा लेती है. हालांकि 10 FIR और कई गिरफ्तारी के बाद भी एक सवाल अब भी अनसुलझा है कि आरोपियों की असली मंशा क्या थी ?