नव वर्ष 2025 की शुरुआत के साथ कई महत्वपूर्ण बदलाव देश भर में लागू होने जा रहे हैं. ये बदलाव हर घर, हर बजट और आम आदमी की जेब पर असर डालने वाले हैं. कुछ बदलाव तो राहत देने वाले होंगे, लेकिन कुछ बदलाव लोगों के लिए वित्तीय बोझ भी बन सकते हैं. आइए जानते हैं उन 10 प्रमुख बदलावों के बारे में जो 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होंगे.

1 जनवरी 2025 से तेल विपणन कंपनियां कमर्शियल और किचन एलपीजी सिलेंडर की नई कीमतों का ऐलान करेंगी. हर महीने की पहली तारीख को कंपनियां एलपीजी सिलेंडर की कीमतें अपडेट करती हैं. हालांकि, पिछले कुछ समय से 14 किलोग्राम किचन सिलेंडर की कीमत स्थिर रही है, लेकिन अब यह संभावना जताई जा रही है कि कीमतों में वृद्धि हो सकती है. इसका सीधा असर आम नागरिकों पर पड़ेगा, जो किचन सिलेंडर का उपयोग करते हैं.
हर महीने की पहली तारीख को एयर टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमतों में बदलाव होता है. यदि 1 जनवरी 2025 को एटीएफ की कीमतों में बदलाव होता है, तो इसका असर सीधे हवाई यात्रियों पर पड़ेगा. एटीएफ की कीमतों में वृद्धि से हवाई किराए में भी बढ़ोतरी हो सकती है.
1 जनवरी 2025 से कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव होने जा रहे हैं. इसके तहत पेंशनधारक अब बिना किसी अतिरिक्त सत्यापन के देश के किसी भी बैंक से अपना पैसा निकाल सकेंगे. यह एक बड़ा कदम है, जो पेंशनधारकों के लिए राहत का कारण बनेगा.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने UPI 123Pay को विशेष रूप से फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए ऑनलाइन भुगतान करने में सक्षम बनाने के लिए शुरू किया था. 1 जनवरी 2025 से, इस भुगतान प्रणाली की लेन-देन सीमा बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी जाएगी. पहले यह सीमा 5,000 रुपये थी. इससे फीचर फोन उपयोगकर्ताओं को बड़े भुगतान करने में आसानी होगी.

शेयर बाजार में भी नए नियम लागू होंगे. सेंसेक्स, सेंसेक्स-50 और बैंकएक्स अब हर महीने की आखिरी तारीख को एक्सपायर होंगे, जो पहले शुक्रवार को हुआ करता था, अब मंगलवार को होगा. इसके अलावा, NSE इंडेक्स पर निफ्टी 50 के महीनेवार अनुबंध अब गुरुवार को समाप्त होंगे. यह बदलाव निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि यह उनके निवेश की समयसीमा पर असर डाल सकता है.
किसान 1 जनवरी 2025 से बिना किसी आरबीआई गारंटी के 2 लाख रुपये तक का कर्ज ले सकेंगे. पहले यह सीमा 1.6 लाख रुपये थी. इस बदलाव से किसानों को ऋण प्राप्त करने में आसानी होगी और वे अपनी खेती से संबंधित कार्यों के लिए अधिक राशि का उपयोग कर सकेंगे.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नए नियमों के तहत कई प्रकार के बैंक खातों को बंद करने का आदेश दिया है. इसमें निष्क्रिय, डॉर्मेंट और जीरो बैलेंस खाते शामिल हैं. 1 जनवरी 2025 से इन खातों को बंद कर दिया जाएगा. इसके कारण लाखों खातों पर असर पड़ेगा और लोगों को अपने खातों की स्थिति को अपडेट करना होगा.

1 जनवरी 2025 से कई कार कंपनियां अपनी कारों की कीमतों में 2-4% तक की वृद्धि करने जा रही हैं. टाटा मोटर्स, टोयोटा, हुंडई और मारुति सुजुकी जैसी कंपनियां पहले ही इस बढ़ोतरी की घोषणा कर चुकी हैं. इससे कार खरीदने वाले ग्राहकों के लिए अतिरिक्त वित्तीय बोझ हो सकता है.
1 जनवरी 2025 से, टेलीकॉम कंपनियों पर "राइट ऑफ वे" नियम लागू होंगे. इसके तहत कंपनियों को नए मोबाइल टावर और ऑप्टिकल फाइबर लिंक स्थापित करने के लिए ध्यान केंद्रित करना होगा. इस नए नियम के लागू होने से टेलीकॉम कंपनियों के लिए सेवाओं में सुधार और बेहतर नेटवर्क प्रदान करने का अवसर मिलेगा. साथ ही, यह उपभोक्ताओं को भी बेहतर सेवाएं देने में मदद करेगा.
1 जनवरी 2025 से जीएसटी नियमों में सख्ती लाने के लिए मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) लागू किया जाएगा. पहले यह व्यवस्था केवल उन कंपनियों पर लागू थी जिनकी वार्षिक बिक्री 20 करोड़ रुपये से अधिक थी, लेकिन अब यह सभी करदाताओं पर लागू होगी जो जीएसटी पोर्टल का उपयोग करेंगे. इस बदलाव से करों की चोरी पर नियंत्रण पाया जा सकेगा और करदाताओं को अधिक जिम्मेदारी मिलेगी.
1 जनवरी 2025 से लागू होने वाले ये बदलाव देश भर में आम जनता पर असर डालने वाले हैं. कुछ बदलाव राहत देने वाले होंगे, जैसे कि किसानों के लिए ऋण सीमा बढ़ना और EPFO पेंशनधारकों को आसानी से अपना पैसा निकालने का अवसर मिलना. वहीं, कुछ बदलाव जैसे कि LPG सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि, कारों की कीमतें बढ़ना, और GST नियमों में सख्ती, वित्तीय बोझ बढ़ा सकते हैं. इसलिए, इन बदलावों से पहले उचित योजना बनाना और अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करना जरूरी होगा.