नई दिल्ली: देश के इतिहास का ये पहला ऑपरेशन था. जिसमें आर्मी के जवानों दो बातों का ध्यान रखा, पहली बात पाकिस्तान में छिपे आतंकियों को मिट्टी में मिलाएंगे, दूसरा: भारत के स्वाभिमान का बदला चुकाएंगे...हमले के करीब 10 घण्टे बाद सेना की तरफ से आयोजित प्रेस क्रांफेंस में ऑपरेशन सिंदूर लिखा था! इसका क्या मतलब है? सेना ने सिंदूर का बदला लिया? इस बात पर कई लोगों के सीने में सवाल हैं लेकिन माहौल ऐसा है कि वो पूछ नहीं पा रहे हैं! ऐसे में ऑपरेशन सिंदूर की 5 खास बातें आपको बताते हैं, जिसमें सबसे पहली बात है इस ऑपरेशन की प्लानिंग कहां, कैसे और कितने दिन में बनी.
पहली बड़ी बात: 36 घंटे में सेना ने की तैयारी
सूत्रों के हवाले से दैनिक भास्कर लिखता है, 3 मई को प्लानिंग बनी, दो दिनों तक इस पर मंथन हुआ, और 5 मई को पीएम मोदी ने तमाम बैठकों के बाद इसे मंजूरी दी, उसके बाद करीब 36 घंटे में सेना ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च कर दिया. इस ऑपरेशन में शामिल ऑफिसर गोपनीयता के लिहाज से 4 दिन तक साउथ ब्लॉक दिल्ली में बंद रहे, उनका संपर्क किसी से नहीं था. इस ऑपरेशन का नाम भी पीएम मोदी ने ही दिया था.
दूसरी बड़ी बात: 54 साल बाद पंजाब प्रांत में एंट्री
1971 के युद्ध के बाद पहली बार भारत ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बड़ा हमला किया, यहां तक कि करगिल वार के दौरान भी पंजाब के कई इलाके बचे हुए थे, साल 2016 और साल 2019 का भी बदला जब भारत ने लिया, पाकिस्तान में इतना अंदर नहीं घुसा, पर पहली बार पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बने अड्डों को ध्वस्त किया, ये प्रांत पाकिस्तान की आत्मा है, क्योंकि राजनीतिक और सेना के मद्देनजर इसकी बड़ी अहमियत है, यहां हमले का मतलब है पाकिस्तान की पोल खुल जाना.
तीसरी बड़ी बात: पहली बार इजरायली स्टाइल अपनाना
गृहमंत्री शाह ने कहा था चुन-चुनकर मारेंगे, और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने चुन-चुनकर ही बदला लिया, जो जहां था, चाहे वो पीओके के अड्डे में हो या मुजफ्फराबाद और सियालकोट में, हर जगह भारतीय वायुसेना की मिसाइल पहुंची, उसका सटीक टारगेट लॉक था, और वहां मौजूद दुश्मन ढेर हो गया, ये इजरायल का स्टाइल है, जो दुनिया में छिपे अपने दुश्मन को कहीं भी ढूंढ निकालता है, और उसे सजा देता है. इजरायल शुरू से ही आतंक की लड़ाई में भारत के साथ है.
चौथी बड़ी बात: आतंकी ही नहीं उनके हेडक्वार्टर को उड़ाना
अब तक सीमा पर होने वाले एक्शन, या सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयरस्ट्राइक में आतंकियों को ढेर किया गया, लेकिन पहली बार आतंकियों के आका और मसूद अजहर जैसे मास्टरमाइंड के 10 परिवारों को ढेर कर दिया गया, जिसे सुनते ही वो रोने लगा और कहने लगा हाय अल्लाह मैं भी ऊपर चला जाता, तो ठीक रहता. ये पहली बार हुआ है जब दूसरों के रुलाने वाले आतंक के आका रोए हैं, और उन्हें ये डर सताने लगा है कि अब पाकिस्तान हमारे लिए महफूज मुल्क नहीं है, ये सिर्फ 9 ठिकाने और 90 आतंकियों के मिट्टी में मिलने की बात नहीं है बल्कि भारत के लिए बड़ी सफलता है, जहां आतंक की फसल उगती थी, वो जमीन अब बंजर होने वाली है.
पांचवीं बड़ी बात: भारतीय सेना का सटीक निशाना, बगैर नुकसान ऑपरेशन
भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन के पूरा होने के बाद बयान जारी कर कहा हमारा कोई नुकसान नहीं हुआ, जिन RAW एजेंट ने इनका सटीक लोकेशन निकाला था, उन्हें पूरा देश बधाई दे रहा है, पीएम मोदी ने भी सटीकता से पाकिस्तान के अड्डों को तबाह करने के लिए सेना का शुक्रिया अदा किया है, जो साफ बता रहा है भारतीय वायुसेना के जांबांजों का युद्ध कौशल हो या फिर उनकी रणनीति सबकुछ अचूक है. पूरी दुनिया में ये संदेश गया है ये नया भारत है, जिसे छेड़ा तो छोड़ेगा नहीं, घर में घुसकर मारता है. यही वजह है कि पाकिस्तान बौखलाया हुआ है, इसे एक्ट ऑफ वार बता रहा है, लेकिन ये उसकी बड़ी भूल साबित हो सकती हैं.