दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो चूका है. आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. आतिशी दिल्ली की आठवीं और सबसे युवा मुख्यमंत्री बनी हैं. उन्होंने अरविंद केजरीवाल की जगह ली, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. केजरीवाल पर कथित शराब नीति के मामले में आरोप लगे थे.
नई दिल्ली के राज निवास में आयोजित सादे समारोह में आतिशी ने अपने मंत्रिपरिषद के साथ शपथ ली. उनके साथ सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और हाल ही में नियुक्त हुए मुकेश अहलावत ने भी मंत्री पद की शपथ ली. उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने इन सभी को शपथ दिलाई.
आतिशी, जो कालकाजी क्षेत्र से विधायक हैं और पूर्ववर्ती केजरीवाल कैबिनेट की इकलौती महिला मंत्री थीं, को आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री के पद के लिए चुना. इससे पहले, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने केजरीवाल का इस्तीफा स्वीकार करते हुए आतिशी को मुख्यमंत्री पद के लिए नियुक्त किया. साथ ही, पांच नए मंत्रियों की नियुक्ति को भी मंजूरी दी गई.
आतिशी के पास पिछली सरकार में 13 विभाग थे, जिनमें वित्त, राजस्व, लोक निर्माण विभाग (PWD), बिजली, और शिक्षा प्रमुख थे. गोपाल राय पर्यावरण, विकास और सामान्य प्रशासन जैसे महत्वपूर्ण विभागों को संभाल रहे थे, जबकि सौरभ भारद्वाज स्वास्थ्य, पर्यटन और शहरी विकास विभाग देख रहे थे. कैलाश गहलोत भी एक प्रमुख विभाग में थे.
नए मंत्रिमंडल में मुकेश अहलावत पहली बार शामिल हुए हैं. वे सुल्तानपुर माजरा से विधायक हैं और उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों की सेवा होगी. उन्होंने अरविंद केजरीवाल और बाबा साहेब अंबेडकर के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे लोगों की भलाई के लिए अधिक से अधिक काम करेंगे.
इस दौरान गोपाल राय ने कहा कि पार्टी का उद्देश्य अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाना है और जनता के बीच जाकर उनके समर्थन को मजबूत करना है. उन्होंने यह भी कहा कि नई सरकार का प्राथमिक लक्ष्य लंबित कामों को पूरा करना और जनता के हितों की रक्षा करना होगा.