कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस को लेकर को छात्रों और राज्य कर्मचारी संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया. डॉक्टर के रेप-मर्डर केस के विरोध और सीएम ममता के इस्तीफे की मांग को लेकर नबन्ना अभियान रैली निकाली गयी. प्रदर्शनकारियों ने रैली के दौरान अपना गुस्सा जाहिर करते हुए रास्तों पर लगे बैरिकेडिंग को तोड़ दिया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया.
नबन्ना अभियान रैली के दौरान प्रदर्शनकारी और पुलिस एक दूसरे के बयानों को गलत बता रहे हैं. पुलिस ने हिंसा का हवाला देते हुए रास्तों पर तोड़फोड़ करते प्रदर्शनकरियों को हिरासत में ले लिया. तो वहीं प्रदर्शनकारियों ने कोई तोड़फोड़ और हिंसा की बात को नकारते हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शन का हवाला दिया और पुलिस पर बिन उकसाए लाठीचार्ज का आरोप लगाया.
बंगाल में प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय मंत्री सुकांता मजूमदार ने कहा कि आज शांतिपूर्ण संवैधानिक आंदोलन पर पुलिस ने जिस तरह की हिंसा की... हमने इस संवैधानिक आंदोलन को कुचलने के विरोध में पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर कल 12 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया है. जनता से हमारी अपील है कि वे इस हड़ताल में शामिल हों... हमारी मांग है कि छात्रों को छोड़ दिया जाए.
वहीं भाजपा (BJP) नेता गौरव भाटिया (Gaurav Bhatia) ने कहा कि अगर देश में कोई तानाशाह है तो वो तानाशाह ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) हैं...सच सामने आना चाहिए, जांच एजेंसी CBI को ममता बनर्जी और पुलिस कमिश्नर का पॉलीग्राफ टेस्ट करना चाहिए. सच को दबाया नहीं जा सकता और सबसे बड़ी बात ये है कि जब तक ये लोग अपने पदों पर हैं और छात्रों को कुचल रहे हैं, संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं, ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इस मुद्दे को मजबूती से उठाया जाएगा जैसा कि आज उठाया गया है.