नई दिल्ली: हरियाणा IPS अधिकारी आत्महत्या' मामले में उस समय बड़ा ट्विस्ट आ गया, जब एक और पुलिसकर्मी ने खुद को गोली मार ली. उन्होंने मृत ADGP पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. मृतक की पहचान एएसआई संदीप लाठर के रूप में हुई है, जो रोहतक पुलिस की साइबर सेल में तैनात थे. अपने अंतिम वीडियो में, एएसआई संदीप ने रोहतक के पूर्व एसपी नरेंद्र बिजार्निया का समर्थन किया, जिन्हें इस घटना के बाद ट्रांसफर कर दिया गया था.
वीडियो में संदीप ने कहा कि बिजार्निया एक ईमानदार पुलिस अधिकारी हैं. यह परेशान करने वाली घटना लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के पुरण कुमार की पत्नी और बेटियों से मिलने के महज कुछ घंटों बाद हुई. कुमार, जो कथित तौर पर पिछले मंगलवार को चंडीगढ़ के अपने सरकारी आवास पर आत्महत्या कर चुके थे ने अपनी चिट्ठी में 16 वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के नाम लिखे थे.
उन्होंने उत्पीड़न का आरोप लगाया और उन्हें अपनी इस कदम के लिए सीधे जिम्मेदार ठहराया. कुमार, जो एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (एडीजीपी) के पद पर थे, ने चंडीगढ़ के अपने सरकारी आवास पर खुद को गोली मार ली थी. पुलिस ने सूचना मिलने के बाद इलाके को घेर लिया, हथियार बरामद किया और जांच के लिए फॉरेंसिक टीम बुलाई. उनकी मौत के बाद, हरियाणा सरकार ने राज्य के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस को छुट्टी पर भेज दिया और रोहतक के सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस नरेंद्र बिजार्निया को सूरिंदर सिंह भोरिया से बदल दिया.
अधिकारीयों ने शनिवार को यह पुष्टि की. हरियाणा पुलिस ने पुरण कुमार की कथित आत्महत्या मामले में एफआईआर में बदलाव किया है. अब इसमें एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) एक्ट के प्रावधान जोड़े गए हैं. यह बदलाव उनकी पत्नी, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार की मांग पर किया गया.
अमनीत पी कुमार ने पुलिस को पत्र लिखकर कानून की "उचित धारा" जोड़ने की मांग की थी, खासकर सेक्शन 3(2)(वि), क्योंकि पहले लगाई गई धाराएं कमजोर थीं. चंडीगढ़ के आईजी पुष्पेंद्र कुमार, जो मामले की जांच कर रही छह सदस्यीय स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का नेतृत्व कर रहे हैं, ने रविवार को पुष्टि की कि एफआईआर में अब एक्ट की सेक्शन 3(2)(वि) शामिल कर ली गई है.