नई दिल्ली: भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आधुनिक सुरक्षा चुनौतियों की बढ़ती अनिश्चितता पर चर्चा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का जिक्र किया. अपने गृहनगर रीवा में छात्रों को संबोधित करते हुए सेना प्रमुख ने साइबर हमलों से लेकर अंतरिक्ष युद्ध तक के जटिल और तेजी से बदलते खतरों पर जोर दिया. टीआरएस कॉलेज में छात्रों से बातचीत में सेना प्रमुख ने कहा कि भविष्य की चुनौतियां ''अस्थिरता, अनिश्चितता, जटिलता और अस्पष्टता'' से चिह्नित होंगी.
उन्होंने कहा, ''आपको और मुझे कोई स्पष्ट अंदाजा नहीं है कि भविष्य क्या लाएगा.'' देश की सशस्त्र सेनाओं के सामने आने वाली सुरक्षा चुनौतियों से तुलना करते हुए जनरल द्विवेदी ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ''ट्रंप को भी नहीं पता कि वे कल क्या करने वाले हैं.'' सेना प्रमुख ने आगे कहा ''ट्रंप आज क्या कर रहे हैं? मुझे नहीं लगता कि उन्हें खुद पता है.''
चुनौतियां इतनी तेजी से उभर रही हैं कि एक को संभालते नहीं बनता कि दूसरी आ जाती है और यही हमारी सेना के सामने है. ये सीमा विवाद, आतंकवाद, प्राकृतिक आपदाएं, साइबर खतरे से लेकर नए क्षेत्र जैसे अंतरिक्ष युद्ध, उपग्रह, रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और सूचना युद्ध तक हैं.
जनरल द्विवेदी ने मई में हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान फेक न्यूज की बाढ़ का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि झूठी खबरों की मात्रा इतनी थी कि वह सच लगने लगी थी. उन्होंने अफवाहों के फैलाव पर टिप्पणी करते हुए कहा, ''ऑपरेशन सिंदूर के दौरान खबर थी कि कराची पर हमला हो गया. इतना कुछ सच लग रहा था, हमें भी. यह कहां से आया, कौन पीछे था? इन सब चुनौतियों के बीच आपको जमीन, हवा और समुद्र पर काम करने के लिए तैयार रहना पड़ता है.''