नई दिल्ली: एक सवाल अक्सर लोगों के मन में उठता है कि भगवान के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की रास्ते में ही मौत क्यों हो जाती है, वो तो पवित्र मन से भगवान के दर्शन के लिए जा रहे थे, फिर भगवान ऐसा क्यों करते हैं, अगर भगवान इस धरती पर हैं तो फिर अपने ही भक्तों को कष्ट क्यों देते हैं, यही सवाल लखनऊ के वो लोग पूछ रहे हैं, जिनके आंखों के सामने एक हंसता-खेलता परिवार उजड़ गया, ये जो तस्वीरें आपको दिख रही है, ये जयपुर हाइवे पर हुए भीषण हादसे की है. जहां 22 चक्का ट्रेलर और वर्ना कार में भीषण भिड़ंत हो गई, मौके पर ही सबने दम तोड़ दिया.
घरवालों को जब खबर मिली तो रोते-बिलखते हादसे वाली जगह पर पहुंचे, जिसके बाद पता चला कि 32 साल के अभिषेक सिंह जो सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे, अपनी बेटी के जन्मदिन के बाद खाटू श्याम जा रहे थे, उनके साथ उनकी पत्नी प्रियांशी जो बैंक ऑफ बड़ौदा में मैनेजर थी, वो भी कार में सवार थी, इनके अलावा अभिषेक के बुजुर्ग माता-पिता भी थे, ये पांचों जैसे ही नेकावाला टोल के पास पहुंचे, कार हादसे का शिकार हो गई.
कार के आगे का हिस्सा बुरी तरह इस हादसे में क्षतिग्रस्त हो गया, पुलिस का दावा है कि कार ओवरटेक करने के चक्कर में हादसा हुआ. पर हादसे की वजह चाहे जो भी रही हो, इस घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया, एक घर से एक साथ 5 अर्थियां उठते देख पूरा शहर भावुक है, तीन साल पहले ही इस जोड़े की शादी हुई थी. अब घर में सिर्फ अभिषेक के बड़े भाई, उनकी पत्नी और बेटा बचे हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है, वो भगवान से सिर्फ यही पूछ रहे हैं कि ये लोग तो दर्शन के लिए जा रहे थे, फिर इनके साथ ऐसा क्यों किया.
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि अगर आप घर से निकले हैं और हादसे से बचना चाहते हैं तो प्रभु के भक्तों का नाम अवश्य लें, मैं खुद एक बार हादसे से बचा हूं. हरिवंश जी, हरिदास जी, व्यास जी और सनातन जी का नाम ले सकते हैं.
हालांकि शास्त्र ये कहता है जो प्रारब्ध है, जो होनी है, वो होकर रहेगा, उसे टाला नहीं जा सकता, बस खतरे को कम किया जा सकता है, जीवन-मरण, यश-अपयश, प्रेम, विवाह सबकुछ पहले से तय होता है, लेकिन शास्त्र के मुताबिक ये 5 सावधानियां आपको तीर्थयात्रा के दौरान हादसे से बचा सकती हैं.
पर कहते हैं जिसके ऊपर बीतती है, वही जानता है किसी के जाने का दुख क्या होता है, एक परिवार जो भगवान के दर्शन कर परिवार के मंगल की कामना करने गया था, वो इस तरह हादसे का शिकार हो जाएगा, ये किसी ने नहीं सोचा था. इसलिए सतर्क रहें, सावधान रहें, गाड़ी तेज न चलाएं, यहां जांच के बाद ये पता चलेगा कि ट्रेलर की स्पीड ज्यादा थी या कार ओवरटेक करने की कोशिश में था, पर सड़क पर निकलें तो सुरक्षित चलें.