हरियाणा कांग्रेस (Haryana Congress) में बड़ी फूट की जानकारी सामने आ रही है. यहां टिकट नहीं मिलने के कारण एक बड़े कांग्रेस नेता की बेटी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है. हालांकि पार्टी मान मनौव्वल करने में जुटी हुई है. दावा किया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की तरह कांग्रेस में भी आपसी कलह खुलकर सामने आ गई है. पूरा मामला हरियाणा की अंबाला से जुड़ा हुआ है. अंबाला में विधानसभा की दो सीटें हैं.
एक है, अंबाला सिटी (Ambala City Assembly) और दूसरा है अंबाला कैंट (Ambala Cantt Assembly Constituency). यहां से कांग्रेस नेता निर्मल सिंह (Congress leader Nirmal Singh) की बेटी चित्रा सरवारा (Chitra Sarwara) चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, जिसके बाद चित्रा ने निर्दलीय चुनाव लड़न का फैसला किया है. उन्होंने यहां से पर्चा भी भर दिया है.
वहीं अंबाला कैंट से भाजपा ने पूर्व मंत्री अनिल विज (Former Minister Anil Vij) को टिकट दिया है. चित्रा सरवारा अनिल विज (Anil Vij) के खिलाफ ही चुनाव लड़ना चाहती थी. हाल ही में चित्रा सरवारा पिता के साथ आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुई थी. कांग्रेस ने चित्रा सरवारा को अंबाला कैंट यानी अंबाला छावनी से टिकट तो नहीं दिया है, लेकिन उनके पिता को अंबाला सिटी से उम्मीदवार बनाया है.
बता दें कि चित्रा के पिता निर्मल सिंह पहले भी कांग्रेस में थे, लेकिन 2019 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर AAP दामन थाम लिया था. इस दौरान AAP ने चित्रा सरवारा को हरियाणा AAP का उपाध्यक्ष बनाया था. गौरतलब हो कि निर्मल सिंह (Nirmal Singh) कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते हैं. वे यहां से चार बार विधायक और एक बार मंत्री बन चके हैं. वहीं दूसरी ओर उनकी बेटी चित्रा भी हरियाणा महिला कांग्रेस की बड़ी नेता थीं. अंबाला सिटी से भाजपा ने असीम गोयल (Aseem Goyal) को प्रत्याशी बनाया है.
असीम यहां से लगातार दो बार विधायक बन चुके हैं. कांग्रेस के द्वारा से यहां निर्मल सिंह को टिकट दिए जाने के बाद यह सीट भी हॉट सीट बन गई है. चित्रा सरवारा को लेकर दावा किया जा रहा है कि वह अंबाला कैंट से भाजपा नेता अनिल विज को टक्कर देना चाहती थी और इसके लिए वह काफी समय से तैयारी भी कर रही थीं, लेकिन कांग्रस ने चित्रा सरवारा की जगह परिमल परी (Parimal Pari) को उम्मीदवार बनाया है.
इसी सीट पर 2019 में भी चित्रा ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. हालांकि वह अनिल विज को हरा नहीं पायी थी. तब वह 44 हजार वोट प्राप्त कर दूसरे नंबर रहीं थी और अनिल विज 20 हजार वोटों से चुनाव जीते थे. वहीं कांग्रेस की प्रत्याशी को सिर्फ 8538 मत मिले थे. इससे पहले के चुनाव में उनके पिता निर्मल सिंह ने अनिल विज को चुनौती दी थी, लेकिन वह भी हार गए थे. अंबाला कैंट सीट से अनिल विल 2009 से लगातार जीत रहे हैं.