उत्तर प्रदेश में योगी सरकार लगातार लापरवाह अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई कर रही है. हाल ही में हुई समीझा बैठक में कई अधिकारियों की चकबंदी से जुड़े मामलों के निपटारे में लेटलतीफी, लापरवाही, अनियमितता बरतने, कामचोरी करने और भ्रष्टाचार के मामले की बात सामने आई तो इसकी एक रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी गई. रिपोर्ट के आधार पर एक्शन लेते हुए सीएम योगी 8 आठ मंडलों के 28 अधिकारी कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. प्रयागराज, अयोध्या, गोरखपुर, वाराणसी, आजमगढ़, बस्ती, मीरजापुर और देवीपाटन ये वो 8 मंडल हैं, जिनमें 28 अधिकारियों पर गाज गिरी. पहले 13 चकबंदी अधिकारियों के खिलाफ निलंबन, जवाब-तलब और अनुशासनिक कार्रवाई की गई और 3 चकबंदी अधिकारी को पद से हटाने का निर्देश भी दिया गया है. इस बीच एक सेवानिवृत्त अधिकारी की पेंशन में कटौती भी की गई गई है.
कुशीनगर के बंदोबस्त अधिकारी संतोष कुमार को काम में लापरवाही करने के चलते निलंबित कर दिया गया. जौनपुर के ग्राम तियरा का काम पूरा न होने पर चकबंदीकर्ता और चकबंदी लेखपाल को निलंबित करने के निर्देश दिया गया. वहां के सहायक चकबंदी अधिकारी संजय मौर्य के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के आदेश दिए गए. गोरखपुर के चकबंदी उप संचालक राज नारायण त्रिपाठी को पद से हटाने के लिए नियुक्ति विभाग को पत्र लिखा गया है और यहां के सेवानिवृत्त सहायक चकबंदी अधिकारी रमेश पाल सिंह राणा को सेवाकाल में अनियमितता पर पेंशन में 20 प्रतिशत कटौती करने का प्रस्ताव भी भेजा गया है.
बरेली, हरदोई, ललितपुर, उन्नाव, चित्रकूट और जौनपुर के बंदोबस्त अधिकारियों को जबाव तलब किया गया. प्रतापगढ़ के उप संचालक चकबंदी/मुख्य राजस्व अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता से भी जवाब मांगा गया है. वाराणसी के बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी पवन कुमार सिद्धू के खिलाफ धारा-52 के तहत अजगरा गांव का काम पूरा न करने और स्थानांतरित चकबंदी लेखपालों को मुक्त न करने के चलते अनुशासनिक कार्रवाई की जा रही है. शाहजहांपुर, मिर्जापुर, गोरखपुर और देवरिया के बंदोबस्त अधिकारियों के खिलाफ भी अनुशासनिक कार्रवाई की गई.
कनौज के बंदोबस्त अधिकारी (चकबंदी) धमेंद्र सिंह, बाराबंकी के चकबंदी अधिकारी शिव नारायन गुप्ता, बाराबंकी के कनिष्ठ सहायक उमाशंकर के खिलाफ भी अनुशासनिक कार्रवाई की गई. इतना ही नहीं फतेहपुर के सहायक चकबंदी अधिकारी महेंद्र सिंह की सैलरी रोक ली गई है. बलरामपुर के सहायक चकबंदी अधिकारी संदीप यादव के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. प्रयागराज के ग्राम राजेपुर सराय अरजानी, आजमगढ़ के सहायक चकबंदी अधिकारी और प्रतापगढ़ के सहायक चकबंदी अधिकारी के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की गई.
इससे पहले की अगर बाद करें तो योगी सरकार ने IGRS पोर्टल पर लापरवाही बरतने वाले 78 अधिकारी-कर्मचारियों की सैलरी रोकने की कार्रवाई की थी और ये आदेश भी दिए थे कि अगर राज्यकर्मियों का रवैया ऐसा ही रहा तो निलंबन की कार्रवाई भी जाएगी और इसी कड़ी में सरकार ने इस तरह की कार्रवाई अमल में लाई है. बहरहाल सरकार की इस तरह की कार्रवाई से तमाम सरकारी कार्यालयों में हडकंप मचा हुआ है.