अलीगढ़ जामा मस्जिद की याचिका कोर्ट में पहुंचते ही ऐक्शन में CM योगी, भरोसेमंद IAS को बनाया DM

Rahul Jadaun 17 Jan 2025 05:26: PM 2 Mins
अलीगढ़ जामा मस्जिद की याचिका कोर्ट में पहुंचते ही ऐक्शन में CM योगी, भरोसेमंद IAS को बनाया DM

अलीगढ़: आजकल उत्तर प्रदेश में लगातार प्रशासनिक फेरबदल हो रहा है. पिछले हफ्ते ही 15 अधिकारियों को ट्रांसफर हुए थे. अब एक बार फिर 14 अधिकारियों का तबादला हो गया है. इन ट्रांसफर के पीछे बड़ी तैयारी छिपी है. अलीगढ़ में एक दिन पहले जामा मस्जिद की याचिका कोर्ट में स्वीकार होती है. उसी रात को अचानक अलीगढ़ के डीएम से लेकर कमिश्नर तक का तबादला कर दिया जाता है और उस अधिकारी को अलीगढ़ की कमान सौंप दी जाती है जो ऑन द स्पॉट स्सपेंड करने के लिए फेमस हैं.

यहां बात हो रही है संजीव रंजन की, जिन्हें अलीगढ़ का डीएम बनाया गया है. क्योंकि इनका स्टाइल भी योगी आदित्यनाथ की तरह है. जैसे सीएम तत्काल इंसाफ में विश्वास रखते हैं. संजीव रंजन भी उन्हीं की तरह तुरंत मामला निपटाते हैं. संजीव रंजन 2013 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. फरवरी 2021 में इन्हें पहली बार संभल का डीएम बनाया जाता है. उसके बाद सिद्धार्थनगर और फिर प्रतापगढ़ में जिलाधिकारी के पद पर इन्हें तैनाती मिलती है.

अभी फिलहाल वो प्रतापगढ़ की कमान संभाले हुए थे. लेकिन बीच में कई बार संजीव चर्चा में आ चुके हैं. एक बार जब राजस्व विभाग के अधिकारी बार बालाओं के साथ नाच रहे थे. इसकी जानकारी जब संजीव रंजन को मिली तो वो तुरंत एक्शन लेते हैं. और इन अधिकारियं के खिलाफ जांच बिठा दी जाती है. कहा जाता है कि संजीव रंजन बेहद सख्त मिजाज के अधिकारी हैं. इन्हें काम में कोताही और लापरवाही जरा भी बर्दाश्त नहीं है.

इसी लिए जब एक लेखपाल की शिकायत इनके पास आती है तो उसे तुरंत ही सस्पेंड कर दिया था. ऐसे में अचानक अलीगढ़ में पोस्टिंग किसी बड़ी तैयारी की तरफ इशारा कर ही है. क्योंकि RTI एक्टिविस्ट केशव देव की तरफ से सिविल कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. जिसमें दावा किया गया है कि अलीगढ़ की जामा मस्जिद के नीचे महादेव का मंदिर या कोई स्तूप हो सकता है. अपनी  बात को पुख्ता करने के लिए उन्होंने कुछ साक्ष्य भी कोर्ट में प्रस्तुत किये हैं.

हिंदू पक्ष का दावा

  • मस्जिद के अंदर प्राचीन स्थल है, जोकि किसी किले का अवशेष लगता है.
  • एक ऊंचा शंक्वाकार आकार का टीला है, जो संदेह को बढ़ाता है.
  • ये 700 इंच लंबा और 300 इंच ऊंचा टीला है, यह आकार मंदिर या बौद्ध स्तूप जैसा प्रतीत होता है.

इन दावों की याचिका पर सिविल कोर्ट में 15 फरवरी को पहली सुनवाई भी होनी है. चूंकि केशव देव का कहना है कि प्रशासन की तरफ से ज्यादा ज्यादा साक्ष्य मुहैया नहीं कराए गए थे. अगर पूरी तरह से जांच होगी तो और भी सबूत मिल सकते हैं. इन दावों के बाद ये बात भी उठने लगी थी कि हिंदू पक्ष को अपनी बात मजबूती के साथ रखनी होगी. तभी केस आगे बढ़ सकता है. क्योंकि जामा मस्जिद अलीगढ़ के काशी संवेदनशील इलाके में है.

जहां हर समय पीएसी तैनात रहती है. इस मस्जिद को लेकर कौन बनेगा करोड़पति में अमिताभ बच्चन सवाल तक पूंछ चुके हैं. क्योंकि इसकी मीनारों पर करीब 5 से 6 क्विंटल सोना जड़ा है. ये एशिया की सबसे ज्यादा सोना लगी हुई मस्जिद मानी जाती है. इसलिए योगी चाहते थे कि कोई दमदार अधिकारी अलीगढ़ की कमान संभाले. जिससे कि हालात पूरी तरह से काबू में रहें. इसीलिए संजीव रंजन को अलीगढ़ की कमान सौंपी गई है.

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