अभिषेक चतुर्वेदी
माफियाओं पर कंट्रोल के लिए नया-नया प्लान तैयार करने वाले योगी आदित्यनाथ क्या इस बार दिल्ली से कुछ नया लेकर गए हैं. वो अब न तो बुलडोजर की बात कर रहे हैं न ऑपरेशन लंगड़ा वाला आदेश पुलिस को दे रहे हैं, बल्कि इससे भी एक कदम आगे का प्लान सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में खड़े होकर बता दिया है. जैसे उमेश पाल वाले केस के बाद योगी ने सदन में खड़े होकर मिट्टी में मिला दूंगा. वैसे ही लखनऊ के लफंगों पर गुस्से से लाल योगी ने बुलेट ट्रेन वाला ऐलान कर दिया है.
गोमतीनगर की जो घटना, उसकी अपराधियों की सूची भी मेरे पास आई है. पहला अपराधी है पवन यादव, दूसरा अपराधी है मोहम्मद अरबाज, ये सद्भावना वाले लोग हैं, इनके लिए सद्भावना ट्रेन चलाएंगे? इनके लिए बुलेट ट्रेन चलाएंगे, चिंता मत करो, इनके लिए बुलेट ट्रेन की तैयारी की जा रही है, हमारे लिए महिला सुरक्षा सर्वोत्तम है. अब आरोपियों को बुलेट ट्रेन में बिठाकर पटरी से ट्रेन उतार दी जाएगी या फिर बुलेट ट्रेन की रफ्तार से इन्हें सजा होगी ये तो योगी ही बता सकते हैं, पर योगी शायद पहले ऐसे सीएम हैं, जो महिलाओं के खिलाफ अपराध पर पूरी की पूरी चौकी को सस्पेंड कर देते हैं, अधिकारियों पर तगड़ा एक्शन लेते हैं.
वरना कई नेता तो ऐसे भी थे, जो कहते थे लड़के हैं गलती हो जाती है. योगी जिस गोमतीनगर की घटना का जिक्र कर रहे थे, उसकी तस्वीरें देखकर आप इसकी गंभीरता को आसानी से समझ सकते हैं. तालाब बनी सड़क से गुजरती एक बाइक, उस पर बैठे एक लड़का और लड़की, लड़की के साथ लफंगे जो करते हैं, वो नजाकत के शहर की सारी पोल खोलकर रख देता है. जहां की अदब की चर्चा विदेशों तक होती है, वहां ऐसे बेअदबी की उम्मीद किसी को नहीं थी. इसीलिए योगी आधी रात को ही अधिकारियों को सस्पेंड करने का आदेश जारी करते हैं. पूरी पुलिस चौकी को सस्पेंड करते हैं.
डीसीपी पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह, एडीसीपी अमित कुमावत और एसीपी गोमतीनगर अंशु जैन को पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाता है. गोमतीनगर इंस्पेक्टर दीपक कुमार पांडेय, समतामूलक चौकी इंचार्ज ऋषि विवेक, दरोगा कपिल कुमार, सिपाही धर्मवीर और सिपाही वीरेंद्र कुमार को सस्पेंड किया जाता है.
इस आदेश के बाद प्रदेशभर के पुलिस महकमे में खलबली मच जाती है, एसी कमरे में बैठकर सुकून महसूस करने वाले ऑफिसर फील्ड पर उतर जाते हैं, जलभराव से लेकर राहगीरों की सुरक्षा व्यवस्था तक का जायजा लेने लगते हैं. क्योंकि उन्हें पता है पब्लिक को परेशानी हुई तो हमारी कुर्सी पर बाबा का बुलडोजर कभी भी गरज सकता है. बाबा के इस एक्शन और ऐलान पर आप क्या कहेंगे, कमेंट कर जरूर बताएं. क्या यूपी को बुलडोजर के बाद अब बुलेट ट्रेन मॉडल की जरूरत है.