सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले वकील विनीत जिंदल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, एनआईए महानिदेशक और दिल्ली पुलिस आयुक्त के समक्ष कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. यह शिकायत 9 सितंबर को अमेरिका यात्रा के दौरान सिखों पर की गई राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद की गई है. दरअसल अमेरिका में राहुल गांधी ने कहा था कि आज भारत में लड़ाई इस बात पर है कि क्या कोई सिख व्यक्ति अपनी पगड़ी, कड़ा पहन पाएगा और गुरुद्वारा जा पाएगा.
इसे लेकर वकील विनीत ने एक वीडियो भी जारी किया. वीडियो में उन्होंने कहा कि सांसद और लोकसभा में नेता राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर हैं और लगातार भारत विरोधी बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका में राहुल गांधी ने बयान देकर सिखों को भड़काने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का बयान सही नहीं है और ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई है, जहां किसी सिख को गुरुद्वारा जाने या पगड़ी पहनने से रोका गया हो, लेकिन राहुल गांधी अपने राजनीतिक फायदे के लिए अल्पसंख्यकों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं.
वकील ने कहा कि हमने पहले भी देखा है कि कैसे राहुल गांधी केंद्र सरकार पर हमला करने के बजाय अपने ही देश को बदनाम करते हैं, इसलिए मैंने राहुल गांधी के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है और मामला दर्ज करने का आग्रह किया है. शिकायत में राहुल गांधी का पासपोर्ट रद्द करने का भी आग्रह किया गया है. वकील विनीत ने विश्वास जताया कि जल्द ही उसकी शिकायत पर कार्रवाई होगी.
उन्होंने कहा कि संसद में विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी की स्थिति को देखते हुए, उनकी टिप्पणी आंतरिक सुरक्षा को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है और सांप्रदायिक कलह को बढ़ावा दे सकती है. मनगढ़ंत बयान का प्रभाव इस तथ्य से और भी बढ़ जाता है कि प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकवादी संगठन सिख फॉर जस्टिस ने राहुल गांधी के बयान का समर्थन किया है, जिसका उपयोग वे सिख समुदाय के भीतर नफरत भड़काने के लिए कर सकते हैं.
जिंदल ने राहुल गांधी के खिलाफ बीएनएस की धारा 152, 196, 299 और 353 के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया. दरअसल, नेताप्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका में प्रवासी भारतीयों से बातचीत के दौरान कहा कि लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी और क्या वह गुरुद्वारा जा सकेगा.
उन्होंने कहा कि सबसे पहले, आपको यह समझना होगा कि लड़ाई किस बारे में है. लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है, यह सतही है. आपका नाम क्या है? लड़ाई इस बारे में है कि क्या उसे, एक सिख के रूप में, भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी या उसे एक सिख के रूप में भारत में कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी. या एक सिख गुरुद्वारा जाने में सक्षम होगा. यही लड़ाई है और सिर्फ उसके लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है.