नई दिल्ली: कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के नेताओं के विवादित बयानों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है, पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान से युद्ध की जरूरत नहीं है. अब उनके आबकारी मंत्री आरबी तिम्मापुर ने पहलगाम में आतंकवादियों का पक्ष रख दिया है. तिम्मापुर ने कहा है कि आतंकवादियों ने गोली मारने से पहले लोगों से उनका धर्म नहीं पूछा, बस गोली चलाई और चले गए. इस बयान के बाद राजनीति बवाल भी खड़ा हो गया है, बीजेपी ने कांग्रेस पर कई सवाल उठाए हैं.
आरबी तिम्मापुर का बयान
कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री का पद सम्भाल रहे आरबी तिम्मापुर ने एक बयान में कहा है कि मुझे नहीं लगता कि किसी आतंकवादी ने लोगों को गोली मारने से पहले उनका धर्म पूछा होगा. मत्री तिम्मापुर ने कहा कि जो व्यक्ति गोली चला रहा है, क्या वह जाति या फिर धर्म पूछेगा? वो तो बस अटैक करेगा और चला जाएगा, हमला करने वाला वहां पर खड़ा होकर किसी का धर्म नहीं पूछेगा. इसके साथ ही आरबी तिम्मापुर ने कहा, मेरा मानना है कि आतंकियों ने हमला करते समय धर्म के बारे में नहीं पूछा, अगर पूछा भी हो ते इस तरह से धर्म के आधार पर राजनीति करन के लिए इस बयान का इस्तेमाल करने का पागलपन किसी को भी नहीं करना चाहिए.
आबकारी मंत्री के इस बयान पर बीजेपी की तरफ से भी तीखी प्रक्रिया सामने आई है, बीजेपी नेता सीआर केसवन ने मंत्री को फटकार लगाते हुए कहा है कि तिम्मापुर ने हमले में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों का अपमान किया है, राष्ट्रीय शोक के समय में भी कांग्रेस नेता अपनी आत्मा और विवेक को धार्मिक तुष्टिकरण की राजनीति के लिए गिरवी रख चुके हैं.
पाकिस्तान से युद्ध की जरूरत नहीं- सिद्धारमैया
इससे पहले कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने भी एक बयान दिया था, 26 अप्रैल को उन्होंन कहा था कि पाकिस्तान के साथ युद्ध की जरूरत नहीं है. हम युद्ध के पक्ष में नहीं हैं, हमें बस अपनी सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए.
इस बयान पर काफी आलोचना होने के बाद सिद्धारमैया ने ट्वीट कर सफाई भी पेश की है, उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा कि मैंने कभी नहीं कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध नहीं होना चाहिए, मैंने तो सुरक्षा के लिए सलाह दी थी. लेकिन पाकिस्तान को भी सबक सिखाया जाना चाहिए.