रामपुर में नई लेडी आजम कौन पैदा हो गई, जो योगी के अधिकारियों को खुली चुनौती देती है. सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल की कुर्सी पर बैठकर माफियागिरी करती है. अधिकारी जांच के लिए जाते हैं तो सीधा कहती है कि डरती नहीं हूं. बैग खोलूंगी तो देखकर बेहोश हो जाओगे, अधिकारी जो ये पता लगाने गए थे कि उच्च प्राथमिक विद्यालय अटरिया में कैसी पढ़ाई होती है. बच्चों को सही शिक्षा नहीं मिल रही है या नहीं, वो उल्टे पांव भागने लगे और जब डीएम की मीटिंग में पहुंचे तो निराश होकर जो कहा, उसे सुनकर आप भी हिल जाएंगे.
जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी राघवेन्द्र सिंह बताते हैं...डीएम साहब ने स्कूलों की जांच के लिए एक स्पेशल टास्क फोर्स बनाई है, जिसमें सीएमओ साहब भी हैं, वो 11 जुलाई को रामपुर के एक स्कूल का निरीक्षण करने गए थे. उसी दौरान महिला प्रिंसिपल आसमा परवीन ने उनसे गलत लहजे में बातचीत की. जब सीएमओ साहब ने ये पूछा कि क्या सभी छात्र निपुण हैं, तो प्रिंसिपल ने कहा सभी गधे घोड़े नहीं हो सकते. साथ में ये भी कहा दो नाली बंदूक भी रखती हूं. किसी से डरने वाली नहीं हूं. सीएमओ के इन आरोपों पर महिला प्रिंसिपल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

महिला प्रिंसिपल ने अगर सही जवाब नहीं दिया तो तगड़ा एक्शन हो सकता है. योगीराज में नौकरी पर भी खतरा मंडरा सकता है और अगर वो दो नाली लाइसेंसी नहीं निकली तो फिर क्या होगा आप खुद अंदाजा लगा लीजिए, लेकिन जो कार्रवाई होगी वो तो होगी. सवाल इस बात का है क्या स्कूल के बाकी टीचर और स्टूडेंट को भी वो इसी तरह डराती है. पढ़ाने की बजाय स्कूल में माफियागिरी करती है.
एक वक्त वो भी था जब रामपुर के डीएम से आजम खान जूते साफ करवाने की धमकी देते थे. अब आजम खान की हनक तो जा चुकी है, लेकिन आजम जैसा बनने की लगता है कुछ लोग कोशिश करने लगे हैं और आसमा परवीन क्या किसी ग्रुप का हिस्सा हैं, जो इस तरह से अधिकारियों को खुलेआम धमकी दे रही हैं और ये तब है जब योगीराज के कानून व्यवस्था की दुहाई सिर्फ यूपी नहीं बल्कि देश के कई राज्यों में दी जाती है.