रायबरेली : कहते है कि प्यार में बड़ी ताकत होती है. प्यार धर्म और जाति नहीं देखता है. अनोखे प्यार का एक ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले से सामने आया है. लालगंज कस्बे में दो अलग-अलग धर्मों के युवक-युवती की प्रेम कहानी विवाह के बंधन में बदल गई. जानकारी के अनुसार घोसियाना मोहल्ला निवासी एक मुस्लिम युवती और साकेत नगर निवासी हिंदू युवक कुशाग्र बाजपेयी पिछले तीन साल से एक-दूसरे से अनंत प्रेम करते थे. लंबे समय से चल रहे इस रिश्ते को सोमवार को दोनों ने विवाह में बदल दिया और फलकनाज पलक वाजपेयी बन गई.
बेहटा चौराहा स्थित हनुमान मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार और पूरे विधि-विधान के साथ दोनों की शादी सम्पन्न हुई. आचार्य दुर्गा शंकर और मयंक ने विवाह की सभी रस्में निभाईं. दोनों ने सात फेरे लेते हुए जीवनभर साथ निभाने का भी संकल्प लिया. शादी के अवसर पर युवक के दोस्तों ने लड़की के भाई और जेठ की भूमिका निभाई. विवाह समारोह में आतिशबाजी भी हुई और उपस्थित लोगों ने जमकर खुशियां मनाईं.
युवक मोबाइल शॉप में काम करता है, जबकि युवती एक क्लीनिक में रिसेप्शनिस्ट है. तीन सालों से दोनों प्रेम करते थे. बीते 24 सितंबर को युवती अचानक घर से चली गई. परिजनों ने इस संबंध में थाने में शिकायत दर्ज कराई, इसके बाद पुलिस ने दोनों को बरामद किया. युवती को घरवालों ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन उसने कहा कि वह युवक के साथ ही रहना चाहती है और आगे का जीवन व्यतीत करना चाहती है.
मामला दो धर्मों से जुड़ा होने के कारण हिंदू संगठनों से जुड़े लोग भी सक्रिय हुए. वहीं, उन्होंने शादी को विधिवत सम्पन्न कराने में पूरा सहयोग किया. पुलिस के अनुसार दोनों बालिग हैं और अपनी मर्जी से कहीं गए थे. लालगंज प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि दोनों को बरामद करने के बाद पुलिस ने परिवार को सौंप दिया, इसके बाद उन्होंने कहां और कैसे शादी की, इसकी जानकारी अभीतक पुलिस को नहीं है.