नई दिल्ली: दिल्ली और इसके आसपास के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में शुक्रवार तड़के भारी बारिश, तूफानी हवाएं, बिजली और ओलावृष्टि ने जमकर कहर बरपाया. इस प्राकृतिक आपदा ने पूरे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर व्यवधान पैदा किया. दिल्ली हवाई अड्डे पर 40 से अधिक उड़ानें डायवर्ट की गईं और लगभग 100 उड़ानें देरी से चलीं. इस खराब मौसम ने न केवल हवाई यातायात, बल्कि सड़क यातायात और लोगों के दैनिक जीवन को भी बुरी तरह प्रभावित किया.
द्वारका में दुखद हादसा
दिल्ली के द्वारका इलाके में एक दर्दनाक घटना घटी. जाफरपुर कलां के खड़खड़ी नाहर गांव में तेज हवाओं के कारण एक नीम का पेड़ ट्यूबवेल के कमरे पर गिर गया. इस हादसे में कमरे की छत ढह गई, जिसके मलबे में दबकर 26 वर्षीय ज्योति और उनके तीन बच्चों की मौत हो गई. पुलिस और दमकल विभाग ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन रिहायशी क्षेत्र में स्थित आरटीआर अस्पताल पहुंचने पर चारों को मृत घोषित कर दिया गया. इस हादसे में ज्योति के पति और संपत्ति के मालिक अजय को मामूली चोटें आईं.
तापमान में गिरावट
इस तूफान के साथ दिल्ली में तापमान में अचानक गिरावट दर्ज की गई. सुबह 5 बजे तापमान 28 डिग्री सेल्सियस था, जो सिर्फ आधे घंटे में 19 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हवाओं की रफ्तार भी काफी तेज थी. सफदरजंग में सुबह 5:10 बजे हवाएं 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलीं, जबकि पालम में 74 किलोमीटर प्रति घंटा की गति दर्ज की गई.
हवाओं की गति
इन इलाकों में तेज हवा के साथ-साथ बारिश भी रुक-रुक कर होती रही. सुबह 8:30 बजे तक लोदी रोड में 78 मिमी, रिज में 59.2 मिमी, अयानगर में 39.4 मिमी और सफदरजंग में 7.7 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई. तीन घंटे में ही लगभग 8 सेंटीमीटर बारिश ने दिल्ली को जलमग्न कर दिया.
जलभराव ने बढ़ाई मुश्किलें
भारी बारिश के कारण दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई. लाजपत नगर, आरके पुरम और द्वारका जैसे क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भर गया, जिससे सुबह के व्यस्त समय में यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ. लोगों को अपने कार्यस्थलों तक पहुंचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
दिल्ली हवाई अड्डे का बयान
दिल्ली हवाई अड्डे ने मौसम के कारण उत्पन्न स्थिति पर एक आधिकारिक बयान जारी किया. बयान में कहा गया, "भारतीय मौसम विभाग की चेतावनी के बाद, हम पुष्टि करते हैं कि हवाई अड्डा सामान्य रूप से संचालित हो रहा है. हालांकि, खराब मौसम के कारण कुछ उड़ानों पर असर पड़ा है. हमारी ग्राउंड टीमें सभी हितधारकों के साथ मिलकर यात्रियों को सुगम और कुशल अनुभव प्रदान करने के लिए काम कर रही हैं. यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी उड़ानों की नवीनतम जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइंस से संपर्क करें."
एयर इंडिया और इंडिगो जैसी एयरलाइंस ने भी यात्रियों को सलाह दी कि वे दिल्ली और उत्तरी भारत में उड़ानों की स्थिति की जांच करें, क्योंकि मौसम ने कई क्षेत्रों में उड़ानों को प्रभावित किया है.
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार रात को चेतावनी जारी की थी कि अगले दो से तीन घंटों में उत्तर, पूर्व और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में तेज तूफान, भारी बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं. दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय मौसमी सिस्टम अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ गया है. आईएमडी के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान, ओडिशा, छत्तीसगढ़, दक्षिण गांगेय पश्चिम बंगाल और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में तेज तूफान, बिजली और ओलावृष्टि की संभावना है. ओडिशा के कंधमाल, कालाहांडी और रायगड़ा में अगले दो घंटों में मध्यम से भारी बारिश और 60-70 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है.
ओडिशा में भी तूफान का असर
सोमवार को ओडिशा में भी तेज तूफान और भारी बारिश ने तबाही मचाई थी. ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के आधिकारिक आवास पर कई पेड़ गिर गए. हालांकि इस तूफान ने दो सप्ताह की गर्मी से राहत दी, लेकिन इसने बड़े पैमाने पर नुकसान भी पहुंचाया. दमकल विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री आवास से उखड़े पेड़ों को हटाया. मौसम विभाग ने लोगों को घरों के अंदर रहने, खिड़कियां बंद करने और खराब मौसम खत्म होने तक यात्रा से बचने की सलाह दी है. किसानों को भी खेतों में काम रोकने के लिए कहा गया है. इसके अलावा, लोगों को पेड़ों के नीचे शरण लेने, बिजली के खंभों और तारों से दूर रहने की सलाह दी गई है.
राहत कार्यों में जुटा प्रशासन
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बारिश से प्रभावित इलाकों जैसे मजनू का टीला और आईटीओ का दौरा किया. उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों के लिए समन्वय किया. प्रशासन और स्थानीय अधिकारी प्रभावित लोगों की मदद के लिए लगातार काम कर रहे हैं. इस मौसमी आपदा ने दिल्ली-एनसीआर और अन्य क्षेत्रों में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. लोगों से सतर्क रहने और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने की अपील की जा रही है.