नई दिल्ली: जो लोग पूछ रहे थे मोदी मणिपुर क्यों नहीं जा रहे, वहां की माताओं-बहनों के आंसू क्यों नहीं पोंछतें, वहां मोदी जब दो साल बाद गए तो क्या हुआ, कैसे मोदी के स्वागत में लोग उमड़े थे, लेकिन इंफाल में ही मोदी का प्लान कैसे बदल गया, ये आपको भी जानना चाहिए, अचानक से वहां की पुलिस और एसपीजी कमांडो जो मोदी की सुरक्षा में लगे थे उनकी हलचल बढ़ जाती है, कोई कहता है वेट करते हैं तो कोई कहता है नहीं निकल चलते हैं, हालांकि मोदी किसी भी तरह से वापस लौटने के पक्ष में नहीं थे, चूंकि वहां एक दिन पहले ही जहां मोदी का हेलीकॉप्टर उतरना था, उससे करीब 2 किलोमीटर दूर भीड़ ने प्रदर्शन किया था, और तोड़फोड़ की थी, इसलिए सुरक्षा के लिहाज से भी मामला ब़ड़ा हो चुका था, पर जवानों ने जिस हिसाब से मोर्चा संभाला, उसे सुनकर आप भी सैल्यूट करेंगे.
इसी बात का जिक्र पीएम मोदी वहां की रैली में करते हैं, वो कहते हैं अच्छा हुआ मेरा हेलीकॉप्टर यहां नहीं आ पाया, वरना... जहां मोदी ये बातें कह रहे थे, ये तस्वीरें हैं वहीं की हैं, ये जगह है मणिपुर का चुराचांदपुर, जिसने सबसे ज्यादा हिंसा का दंश झेला, कभी यहां राजीव गांधी बतौर पीएम गए थे, और उसके बाद मोदी अब चुराचांदपुर पहुंचे हैं, वैसे तो मोदी कई बार मणिपुर गए लेकिन हिंसा के बाद पहली बार गए हैं, फिलहाल वहां राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है, कुकी और मैतई समुदाय के इलाकों में एक दूसरे की आवाजाही पर रोक है. लेकिन मोदी जब इंफाल होते हुए चुराचांदपुर पहुंचते हैं लोगों का उत्साह हाई दिखता है. एक बच्ची तो ये तक कहती है मैं उन्हें पहली बार देखने को उत्साहित हूं.
यहां पीएम मोदी को एक के बाद एक तीन खास शॉल भेंट किए जाते हैं, जो वहां की संस्कृति से जुड़े हैं, तीनों शॉल मोदी अपने कंधे पर रखते हैं, पीछे बैठे एसपीजी कमांडो को एक बार को लगता भी है शॉल उठाकर रख देना चाहिए लेकिन मोदी साफ मना कर देते हैं, उससे पहले एक बच्ची पीएम मोदी को ऐसी पेंटिंग भेंट करती है, जिसे देखकर आप भी अभिभूत हो उठेंगे. इस पेंटिंग की खास बात ये थी कि मोदी के सिर पर एक मोर वाली टोपी बनी हुई थी, जिसकी तस्वीर सामने आई तो कई लोग ये जानने की कोशिश करने लगे कि आखिर ये टोपी कौन सी है, जो मोदी ने पहन रखी है. ये टोपी दरअसल मोदी ने मिजोरम में पहनी.
खास बात ये है कि इसे बनाने के लिए ताजा बांस का इस्तेमाल होता है, इसके अलावा मिजोरम में मोदी ने जो शॉल ली हुई थी, उसे पुआनचेई या पुआन कहते हैं, जो हाथ से बुनी हुई होती है. ऐसे में मोदी का ये लुक नॉर्थ ईस्ट समेत पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है, करोड़ों रुपये की परियोजनाओं की सौगात मोदी ने नॉर्थ ईस्ट के राज्यों को दी है, पर सवाल ये उठ रहा है कि अब जब मोदी ने मणिपुर का दौरा कर लिया है, और वहां के पीड़ितों से भी मुलाकात की है, तो अब विपक्ष क्या कहेगा.