नई दिल्ली: 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. इस हमले में 28 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. हमला द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने किया, जो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है. यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक माना जा रहा है, क्योंकि इस बार निशाने पर आम नागरिक थे, जिनमें विदेशी पर्यटक भी शामिल थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का अपना दौरा बीच में छोड़कर दिल्ली लौटते ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ आपात बैठक की. उन्होंने साफ कहा कि इस कायराना हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम के बैसारन मीडो, जहां हमला हुआ, का दौरा किया और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. भारत अब सैन्य, कूटनीतिक और नई रणनीतियों के जरिए जवाब देने की तैयारी कर रहा है.
क्यों है यह महत्वपूर्ण?
भारत का पिछला जवाबी रुख
भारत ने पहले दो बड़े हमलों का जवाब सैन्य कार्रवाई से दिया था. उरी में सेना के ठिकाने पर हमले के 11 दिन बाद भारतीय विशेष बलों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था. पुलवामा में 40 सीआरपीएफ जवानों की शहादत के बाद भारत ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर हवाई हमला किया था.
ये कार्रवाइयां भारत की नीति का हिस्सा थीं, जिसमें आतंकवाद को जवाब देने के लिए सीमित लेकिन प्रभावी कदम उठाए गए. पहलगाम हमले ने इस नीति की फिर से परीक्षा ली है. साथ ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की हालिया बयानबाजी पर भारत की खुफिया एजेंसियां नजर रख रही हैं. मुनीर ने कश्मीर को पाकिस्तान की जुगुलर वेन (जीवन रेखा) बताया था और कहा था कि वे कश्मीरी भाइयों को नहीं छोड़ेंगे.
भारतीय अधिकारियों का मानना है कि यह बयान आतंकियों के लिए उकसावे का काम कर सकता है. हमले में आतंकियों ने पीड़ितों से इस्लामी आयतें पढ़ने को कहा और जो नहीं पढ़ सके, उन्हें गोली मार दी. यह मुनीर के भड़काऊ भाषणों से प्रेरित हो सकता है.
भारत के जवाबी विकल्प
क्या हो सकती है नई रणनीति
क्या होगा अगला कदम?
यह हमला भारत के लिए एक बड़ा इम्तिहान है. सरकार को न केवल दोषियों को सजा देनी होगी, बल्कि कश्मीर में शांति और पर्यटन को भी बचाना होगा. इसी बीच जानकारी मिली है कि गृह मंत्री अमित प्रधानमंत्री आवास पहुंच गए हैं. गृह मंत्री पीएम को घटना की पूरी जानकारी देंगे. शाम 7 बजे विदेश मंत्रालय की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देश की जनता को जानकारी दी जाएगी.