कैसा होगा पहलगाम आतंकी हमले का जवाब? सैन्य, कूटनीतिक या नई रणनीति से लिया जाएगा बदला?

Amanat Ansari 23 Apr 2025 06:05: PM 3 Mins
कैसा होगा पहलगाम आतंकी हमले का जवाब? सैन्य, कूटनीतिक या नई रणनीति से लिया जाएगा बदला?

नई दिल्ली: 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. इस हमले में 28 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. हमला द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने किया, जो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है. यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक माना जा रहा है, क्योंकि इस बार निशाने पर आम नागरिक थे, जिनमें विदेशी पर्यटक भी शामिल थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का अपना दौरा बीच में छोड़कर दिल्ली लौटते ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ आपात बैठक की. उन्होंने साफ कहा कि इस कायराना हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम के बैसारन मीडो, जहां हमला हुआ, का दौरा किया और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. भारत अब सैन्य, कूटनीतिक और नई रणनीतियों के जरिए जवाब देने की तैयारी कर रहा है.

क्यों है यह महत्वपूर्ण?

  • एलओसी समझौता खतरे में: 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर हुआ युद्धविराम समझौता अब टूटने की कगार पर है. विदेश मामलों के विशेषज्ञ माइकल कुजेलमैन ने कहा कि एलओसी पर अब कोई भरोसा नहीं बचा है.
  • भारत की जवाबी नीति का इम्तिहान: 2016 में उरी हमले के बाद भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक किया था. इस हमले ने भारत की ''दंडात्मक प्रतिरोध'' नीति को फिर से चुनौती दी है.
  • वैश्विक प्रभाव: हमले का समय अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वैंस के भारत दौरे और मोदी के सऊदी दौरे के साथ मेल खाता है. यह कश्मीर को वैश्विक ध्यान में लाने की साजिश हो सकती है.

भारत का पिछला जवाबी रुख

भारत ने पहले दो बड़े हमलों का जवाब सैन्य कार्रवाई से दिया था. उरी में सेना के ठिकाने पर हमले के 11 दिन बाद भारतीय विशेष बलों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था. पुलवामा में 40 सीआरपीएफ जवानों की शहादत के बाद भारत ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर हवाई हमला किया था.

ये कार्रवाइयां भारत की नीति का हिस्सा थीं, जिसमें आतंकवाद को जवाब देने के लिए सीमित लेकिन प्रभावी कदम उठाए गए. पहलगाम हमले ने इस नीति की फिर से परीक्षा ली है. साथ ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की हालिया बयानबाजी पर भारत की खुफिया एजेंसियां नजर रख रही हैं. मुनीर ने कश्मीर को पाकिस्तान की जुगुलर वेन (जीवन रेखा) बताया था और कहा था कि वे कश्मीरी भाइयों को नहीं छोड़ेंगे.

भारतीय अधिकारियों का मानना है कि यह बयान आतंकियों के लिए उकसावे का काम कर सकता है. हमले में आतंकियों ने पीड़ितों से इस्लामी आयतें पढ़ने को कहा और जो नहीं पढ़ सके, उन्हें गोली मार दी. यह मुनीर के भड़काऊ भाषणों से प्रेरित हो सकता है.

भारत के जवाबी विकल्प

  • सैन्य कार्रवाई: बालाकोट जैसे हवाई हमले या उरी जैसी सर्जिकल स्ट्राइक आतंकी ठिकानों पर हो सकती हैं. ड्रोन हमले भी एक विकल्प हैं.
  • कूटनीतिक कदम: 2021 के एलओसी युद्धविराम को रद्द करना. सिंधु जल संधि को निलंबित या पुनर्परिभाषित करना, जिससे पाकिस्तान के जल संसाधनों पर दबाव पड़े. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) में पाकिस्तान को फिर से ग्रे या ब्लैक लिस्ट में डालने की कोशिश.

क्या हो सकती है नई रणनीति

  • साइबर हमले: आईएसआई के डिजिटल ढांचे को निशाना बनाना.
  • स्मार्ट बॉर्डर सिस्टम: सेंसर, एआई और ड्रोन से घुसपैठियों को रोकना.
  • सूचना युद्ध: मुनीर और टीआरएफ की हरकतों को वैश्विक मंच पर उजागर करना.

क्या होगा अगला कदम?

  • तत्काल सैन्य कार्रवाई: आतंकी ठिकानों पर हमला करके प्रतिरोध स्थापित करना.
  • गुप्त ऑपरेशन: टीआरएफ के द्वारा संचालित आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाना.
  • कूटनीतिक दबाव: संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्रीय मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग करना.

यह हमला भारत के लिए एक बड़ा इम्तिहान है. सरकार को न केवल दोषियों को सजा देनी होगी, बल्कि कश्मीर में शांति और पर्यटन को भी बचाना होगा. इसी बीच जानकारी मिली है कि गृह मंत्री अमित प्रधानमंत्री आवास पहुंच गए हैं. गृह मंत्री पीएम को घटना की पूरी जानकारी देंगे. शाम 7 बजे विदेश मंत्रालय की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देश की जनता को जानकारी दी जाएगी.

Pahalgam terror attack India's response military action diplomatic steps Balakot attack

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