नई दिल्ली: यूं तो वक्फ संशोधन अधिनियम संसद से पास हो चुका है, लेकिन संसद के बाहर इसका विवाद धमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बार तथाकथित मुगलों के वंशज ‘प्रिंस तुसी’ पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को तैमूर का नाम लेकर ओपन चेलेंज दिया है, और याद दिलाया है कि बाबार ने 12 हजार सैनिकों के साथ हुकूमत की थी.
दरअसल वक्फ का मुद्दा चारों तरफ गरमाया हुआ है. इसी विवाद में अब खुद को मुगलों के अंतिम वंशज बताने वाले प्रिंस तुसी आगे आए हैं. जिन्होंने वक्फ संशोधन कानून को लेकर एक वीडियो संदेश जारी किया है, इस वीडियो में वो मोदी-शाह से मुखातिब होने की कोशिश कर रहे हैं.
‘ये तैमूर का वादा है’
वीडियो में तुसी ने कहा है कि अचानक BJP, नरेंद्र मोदी और अमित शाह को मुसलमानों से कब से मोहब्बत होने लगी, प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी ने कहा, 'आपकी पार्टी में तो एक भी मुसलमान नहीं है. एक अल्पसंख्यक मंत्री थे, उनको भी आपने निकाल दिया. इस बार आपने अल्लाह की प्रॉपर्टी, अल्लाह की मिल्कियत पर कब्जा करने की कोशिश की है. उस पर काबिज होने की कोशिश कर रहे हैं. आपको कामयाबी नहीं मिलेगी.' इसके साथ ही तुसी ने तैमूर का नाम लेकर एक धमकी देने की भी कोशिश की है, जिसमें वो कहते हैं कि- 'ये तैमूर का वादा है... आपको इतिहास याद होगा मोदी जी और अमित शाह, आपसे कह रहा हूं. आप इतिहास के पन्ने उठाकर देखिए. 1426 में हजरत-ए बाबर ने 12000 की फौज लेकर हिंदुस्तान पर हुकूमत की. बाबर से लेकर बहादुर शाह जफर तक... इस बार आपकी लड़ाई तैमूर के साथ है. आपने तैमूर के खून को ललकारा है. इंशाअल्लाह, अल्लाह हमारे साथ है और हिंदुस्तान के 20 करोड़ मुसलमान हमारे साथ हैं.' और वक्फ बिल को इंटरनेशनल कोर्ट में ले जाने की बातें करते हुए वो कहते हैं कि इंशाअल्लाह ये लड़ाई होगी तो इंटरनेशनल (कोर्ट) में जाएगी. वक्फ का कोई मालिक नहीं बन सकता. ये मसला संयुक्त राष्ट्र में भी गूंजेगा. ये तैमूर का वादा है.
आखिर कौन हैं प्रिंस याकूब तुसी?
प्रिंस तुसी हैदराबाद में रहते हैं, इनका रहन-सहन और कपड़े मुगलों से काफी मेल खाते हैं. ये खुद को अंतिम मुगल बहादुरशाह जफर की 6वीं पीढ़ी का उत्तराधिकारी भी बताते हैं. तुसी का ये कोई पहला विवाद नहीं है. इससे पहले ये ताजमल को अपनी प्रॉपर्टी बता चुके हैं. इसके अलावा अलीगढ़ की जामा मस्जिद पर भी अपना दावा ठोक चुके हैं.